फिरोजाबाद: जिले के थाना उत्तर क्षेत्र में विद्युत कर्मियों की हठधर्मिता ने एक विधवा महिला की जान ले ली। महज 1100 रुपये बकाए पर विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने महिला से जमकर अभद्रता की। रिपोर्ट दर्ज करने की धमकी दे डाली। महिला ने कर्मचारियों से मीटर न उखाड़ने की गुहार लगाई। लेकिन इसके बाद जबरन मीटर उखाड़ ले गए। जिससे मकान स्वामी महिला अचेत होकर जमीन पर गिर गईं। आगरा में उपचार के दौरान चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
थाना उत्तर के नगला करनसिंह निवासी प्रेमलता (41) के पति सोनेलाल की मौत हो चुकी है। वह चूड़ी जुड़ाई से ही अपने पांच बच्चों का भरण-पोषण करती थी। मोहल्ले वालों की माने तो शनिवार को पुरुषोत्तम बिहार विद्युत फीडर से कुछ कर्मचारी उनके घर पहुंचे थे। दो महीने का विद्युत बिल का करीब 1100 रुपये बकाए थे। जिसे जमा कराने के लिए कर्मचारियों के काफी कड़वे शब्द बोले।
महिला ने कर्मचारियों ने कुछ दिन की मोहलत मांगी थी। काफी देर तक महिला गिड़गिड़ाती रही, लेकिन कर्मचारी अपनी जिद पर अड़े हुए थे। कर्मचारियों ने महिला की बात न सुनते हुए उसके मकान से मीटर उखाड़ा और अपने साथ ले गए। प्रतिष्ठा को दांव पर लगती देख महिला बिलखते-बिलखते अचेत होकर जमीन पर गिर गई। उसे आनन-फानन में सरकारी ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां से उसे आगरा रेफर कर दिया। जहां उपचार के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया।
एक्सईएन मागेंद्र कुमार ने बताया कि अंतिम बिल दिसंबर 2023 में जमा किया था। करीब पांच महीने पूर्व स्मार्ट मीटर से कनेक्शन काट दिया गया था। जब महिला ने बिल जमा नहीं किया तो टीम कनेक्शन को बंद करने गई थी। इसलिए मीटर उखाडा। हालांकि इसकी जांच विस्तृत रूप में कराएंगे।
अब क्या होगा?
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विभाग कहेगा — “जांच कर रहे हैं”
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पुलिस कहेगी — “पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार है”
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और प्रेमलता?
वो पंचनामे में दर्ज हो चुकी है।
अब मांग सिर्फ मुआवजे की नहीं —
- जवाबदेही चाहिए!
- हत्यारों पर मुकदमा चाहिए!
- नियमों में इंसानियत जोड़ने का कानून चाहिए!