मथुरा। जनपद मथुरा के पांचजन्य प्रेक्षागृह, डैंपियर नगर में ऑपरेशन जागृति फेज 4.0 आउटरीच प्रोग्राम का समापन समारोह आज गरिमामयी माहौल में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर पुलिस महानिदेशक, आगरा जोन ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी श्रीमती मंजरी जारुहर समारोह में विशेष रूप से उपस्थित रहीं।

इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा के निर्देशन में आयोजित समापन समारोह में पुलिस उपमहानिरीक्षक, आगरा एवं अलीगढ़ परिक्षेत्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़, फिरोजाबाद, कासगंज, एटा एवं मैनपुरी, साथ ही पुलिस उपाधीक्षकगण, गणमान्य व्यक्ति, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि श्रीमती मंजरी जारुहर ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा, “मैं 1976 में बिहार कैडर की पहली महिला आईपीएस बनी थी। उस दौर में महिलाओं के लिए पुलिस सेवा एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन मेहनत, लगन और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन से मैंने सीआरपीएफ और सीआईएसएफ में डीजी के रूप में भी सेवाएं दीं।”
उन्होंने बताया कि हाल ही में हैदराबाद पुलिस अकादमी में 240 आईपीएस ट्रेनीज़ में 40 महिलाएं शामिल थीं, जो महिलाओं की प्रगति का प्रतीक है। उन्होंने युवा महिला अधिकारियों और छात्राओं को ईमानदारी और समर्पण के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी और आम जनता की समस्याओं को संवेदनशीलता से सुनने और सुलझाने का आह्वान किया।
समारोह के दौरान ऑपरेशन जागृति के अंतर्गत छह महत्वपूर्ण सामाजिक विषयों – घरेलू हिंसा, महिलाओं की आड़ में झूठे मुकदमे, लव रिलेशनशिप, साइबर हिंसा, नशा मुक्ति तथा पारिवारिक विघटन – पर स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा प्रभावशाली नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया गया।
मुख्य अतिथि द्वारा आगरा व अलीगढ़ रेंज से आए 36 अधिकारी/कर्मचारियों तथा 10 ऑपरेशन जागृति वॉरियर्स को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम ने समाज में जागरूकता लाने एवं पुलिस और जनता के बीच समन्वय को और सशक्त करने की दिशा में एक सराहनीय पहल के रूप में अपनी छाप छोड़ी।