अलीगंज/एटा। अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती स्मृति अभियान के अवसर पर नगर पालिका सभागार मे गोष्ठी का आयोजन किया गया। चेयरमैन प्रतिनिधि सुजीत गुप्ता उर्फ़ बॉबी ने अपने संबोधन में कहा कि अहिल्याबाई होल्कर नारी शक्ति की प्रतीक थीं। उनका जीवन धार्मिक सहिष्णुता, जनकल्याण और समाजसेवा की मिसाल है।
अहिल्याबाई होल्कर का न्यायप्रिय स्वभाव, सेवाभाव और नेतृत्व समाज के लिए प्रेरणा स्रोत है। आज समाज में यदि नारी सम्मान का भाव जागृत हो रहा है तो इसका श्रेय उन वीरांगनाओं को जाता है जिन्होंने अपने जीवन से इतिहास रचा। अहिल्याबाई ने विदेशी आक्रमणों के दौर में काशी से रामेश्वरम तक अनेक तीर्थस्थलों का जीर्णोद्धार कराया।
उन्होंने देशभर में मंदिर, धर्मशालाएं और घाट बनवाए। काशी, गया, सोमनाथ, द्वारिका और रामेश्वरम में उनके कार्य विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। नीरजा शाक्य नें कहा कि अहिल्याबाई होल्कर जी कुशल प्रशासक थीं। स्वयं लगान वसूली, न्याय और प्रजा की समस्याओं का समाधान करती थीं। राजकोष को जनता का धन मानती थीं। सैनिक रणनीति में भी निपुण थीं।
उनकी प्रशासनिक दक्षता और दूरदर्शिता ने राज्य को समृद्धि की ओर अग्रसर किया। इस अवसर पर चेयरमैन प्रतिनिधि सुजीत गुप्ता उर्फ़ बॉबी, नीरजा शाक्य, ईओ कृष्णकांत सरल, अरुण कुमार दलपत, सुनील गुप्ता कंप्यूटर ऑपरेटर, सुदेश श्रीवास्तव सहित अन्य सहकर्मी मौजूद रहे।
- रिपोर्ट – सुनील गुप्ता