अलीगंज/एटा। अलीगंज क्षेत्र के ग्राम भरपुरा में बौद्ध कथा कमेटी द्वारा पांच दिवसीय भगवान बुद्ध की कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथावाचक अवनेंश बौद्ध नें भगवान बौद्ध की पूजा अर्चना कर कथा का शुभारंभ किया।
बौद्ध कथा के प्रथम दिन बताया कि भगवान बुद्ध ने हमेशा सत्य, अहिंसा और मानवता के संरक्षण के लिए संघर्ष किया था। बौद्ध धर्म सभी को समानता का अधिकार दिलाता है भगवान बुद्ध की बताई गई मेडिटेशन को अपनाकर नशाखोरी को आसानी से रोका जा सकता है। भगवान बुद्ध की शिक्षाएं मानने वाले देशों में आज भी ऐश्वर्य और शांति का माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध का दर्शन आज के भौतिकवादी समाज के लिए बहुत आवश्यक है। बौद्ध धर्म के दर्शनशास्त्र को आधार बनाकर ही विश्व समुदाय को शांति के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है।
कथा वाचिका पूजा ने भगवान बुद्ध की कथा को पंडाल में बैठे लोगो को अपनी मधुर वाणी से भाव विभोर किया। पंडाल में बैठे श्रोताओं को मधुर गीतो द्वारा व भगवान बुद्ध की जन्म प्रसंगों को कथा पांडाल में बैठे श्रोताओं को अपनी मधुर वाणी से अपने तरफ आकर्षित किया साथ ही बताया क्रोध के कारण व्यक्ति अनर्थ कर बैठता है और पश्चाताप उसे बाद में होता है, जिसका कोई लाभ नहीं मिलता इसलिए हमें क्रोध नहीं करना चाहिए। असल मायने में क्रोधित व्यक्ति अछूत हो जाता है और उसे अकेला छोड़ देना चाहिए। क्रोध करने से तन, मन और धन तीनों की हानि होती है। क्रोध से ज्यादा हानिकारक कोई और वस्तु नहीं है।
कलाकारों ने बुद्ध जन्म और डाकू अंगुलिमाल के हृदय परिवर्तन पर आधारित नाटकों का मंचन किया। इस अवसर पर बहुत कथा कमेटी के सदस्य योगेश कुमार, देवेंद्र सिंह, सुधीर, आशु, विवेक, विनीत, अभिषेक सहित अन्य भक्तगण मौजूद रहे।
- रिपोर्ट – सुनील गुप्ता