आगरा: जिले में कमिश्नरेट की आधुनिक पुलिस समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर हुए हमले के आरोपी ओकेंद्र राणा को एक बार फिर नहीं पकड़ सकी। करणी सेना का युवा अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ताजगंज थाना क्षेत्र के गांव नौफरी में लगे बोर्ड का अनावरण करने के बाद पुलिस को चकमा देकर चला गया। बाद में पुलिस ने लाठियां भांज कर 11 समर्थकों को हिरासत में ले लिया। दो गाड़ियों को सीज कर दिया है।
ताजगंज के गांव नौफरी में बुधवार को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने ओकेंद्र राणा को आमंत्रित किया था। उसे गांव में लगे एक बोर्ड का अनावरण करना था। पुलिस की बिना इजाजत के इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ओकेंद्र राणा अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा। यहां करणी सेना के समर्थकों को संबोधित किया। इसके बाद बोर्ड का अनावरण किया। इस पर लिखा था राजपूतों के गांव नौफरी में आपका स्वागत है।
दोपहर बाद भनक लगी तो काफी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंच गया। पुलिस ने समर्थकों से पूछताछ करना शुरू किया। इससे लोग पुलिसकर्मियों से झड़प करने लगे। इसी बीच पुलिसकर्मी ओकेंद्र राणा को पकड़ने के लिए आगे बढ़े तो वह गाड़ी में बैठकर निकल गया। राणा के जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने समर्थकों पर लाठियां चलाईं। कई को हिरासत में ले लिया। एसीपी सैय्यद अरीब अहमद ने बताया कि सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। यहां से 11 समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है। इनका शांतिभंग में चालान किया गया है। ओकेंद्र राणा की दो गाड़ियों को सीज कर दिया गया।
राणा के खिलाफ दर्ज हैं दो मुकदमे
ओकेंद्र राणा और समर्थकों के विरुद्ध एमजी रोड स्थित सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर हमला, तोड़फोड़ और जानलेवा हमले के दो मुकदमे दर्ज हैं। आगरा पुलिस को ओंकेद्र राणा की 24 मार्च से तलाश है। इस बीच राणा 12 अप्रैल को एत्मादपुर के रक्त स्वाभिमान सम्मेलन में भी भाग ले चुका है। पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी। पुलिस का कहना है कि दोनों मामलों की जांच चल रही है। इस दौरान सांसद पर दो बार हमले हो चुके हैं।