लखनऊ: राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी के अहिमामऊ इलाके में रहने वाले बैंककर्मी नवनीत त्रिपाठी को उस वक्त हैरानी हुई जब उन्हें परिवहन विभाग से चालानों की सूचना मिली। वो भी हरियाणा से, जबकि उनकी कार घर के बाहर खड़ी थी। ढाई माह में कुल 48 हजार रुपये के चालान काटे गए हैं।

आर्यावर्त बैंक में सहायक प्रबंधक नवनीत त्रिपाठी ने बताया कि कार का पंजीकरण उनके पिता सुरेश चंद्र त्रिपाठी के नाम पर है। वह गो गैस की एजेंसी चलाते हैं और यह कार आमतौर पर घर पर ही खड़ी रहती है। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी से लगातार चालान हो रहे हैं, जिनमें प्रदूषण मानक उल्लंघन और तेज रफ्तार से संबंधित कुल आठ चालान शामिल हैं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ये सभी चालान हरियाणा के सोनीपत, पानीपत और कुरुक्षेत्र जैसे शहरों में किए गए हैं, जो लखनऊ से करीब 500 किलोमीटर दूर हैं। पीड़ित ने आशंका जताई है कि उनकी कार की नंबर प्लेट की क्लोनिंग की गई है, यानी किसी और वाहन पर वही नंबर लगाकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया गया। इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।

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