लखनऊ: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का फुल फायर मोड में हमला-   सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की जयंती पर जब मंच था “विरासत का”, तो केशव मौर्य ने राजनीति की सबसे बड़ी चेकमेट चाल का दावा ठोक दिया!

बोले – “कांग्रेस-सपा को लगता था बीजेपी जातीय जनगणना नहीं करेगी… लेकिन मोदी जी ने चुपचाप चाल चल दी!”

“अब हालत ये है कि राहुल-अखिलेश को नींद की गोली खानी पड़ रही है!”

और फिर निकला सबसे तगड़ा पंच:
“अखिलेश का पीडीए (परिवार डेवलपमेंट एजेंसी) फर्जी है। असली न्याय अब होगा!”

 लाल बत्ती कल्चर का जिक्र करके श्रमिक दिवस को जोड़ दिया मोदी ब्रांड से —
“2017 में आज ही के दिन लाल बत्ती हटी थी, अब जातीय बंटवारे की राजनीति भी हटेगी!”

राजनीतिक संकेत क्या हैं?

  1. BJP अब जातीय जनगणना को लेकर रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक प्रचार मोड में है।

  2. सपा-कांग्रेस के ‘समाजवादी’ एजेंडे को हाईजैक करने की कोशिश हो रही है।

  3. विपक्षी गठबंधनों की जीत को बताया गया झूठे वादों का नतीजा, और हार का इंतजार कराया गया।

राजनीतिक विश्लेषण की एक लाइन में बात करें तो
“अब जातीय जनगणना भी मोदी ब्रांड में रीलॉन्च हो रही है!”

 

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