फतेहाबाद/आगरा: सिंचाई विभाग में लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैया एक बार फिर उजागर हुआ है। अधिशासी अभियंता लोअर खंड आगरा की अनुपस्थिति के कारण जिला स्तरीय सिंचाई बंधु की बैठक स्थगित करनी पड़ी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया ने मुख्य अभियंता, सिंचाई विभाग नई दिल्ली को पत्र भेजकर संबंधित अभियंता के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के अनुसार, 11 नवंबर (मंगलवार) को प्रातः 11 बजे से अपराह्न 1 बजे तक जिला पंचायत सभागार में सिंचाई बंधु की बैठक निर्धारित थी। बैठक में सिंचाई कार्यों और एजेंडा बिंदुओं पर चर्चा की जानी थी। किंतु अधिशासी अभियंता लोअर खंड आगरा नीरज कुमार स्वयं उपस्थित नहीं हुए, जिससे बैठक स्थगित करनी पड़ी और विभागीय योजनाओं पर विचार-विमर्श संभव नहीं हो सका।

बैठक के बाद अधिकारियों ने माइनर श्यामो के किलोमीटर 0 से 8.800 तक का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान सहायक अभियंता द्वितीय स्पर्शअग्रवाल एवं चंचल गुप्ता मौजूद रहे। निरीक्षण में पाया गया कि नहर की सफाई का कार्य जेसीबी से कराया जा रहा था, परंतु निकली घास-फूस और मिट्टी को उचित स्थान पर न डालने से उनके दोबारा नहर में जाने की संभावना बनी हुई है। पटरी पर अतिक्रमण और मिट्टी के ढेर से आवागमन बाधित पाया गया।

ग्रामीणों ने बताया कि नहर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कभी निरीक्षण पर नहीं आते, जिससे कार्यों की स्थिति असंतोषजनक है। निरीक्षण में यह भी सामने आया कि माइनर श्यामो की पटरी पर करवाए जाने वाले करंजा कार्य का टेंडर और कार्यादेश स्वीकृत होने के बावजूद कार्य शुरू नहीं हुआ है। वहीं दिगनेर टर्मिनल के 63 किलोमीटर पर भी कार्य अधूरा मिला। गांव दिगनेर के पास लगभग 50 हेक्टेयर भूमि सिंचित होनी थी, पर अब तक सिंचाई शुरू नहीं की गई है, जिससे किसानों की आलू फसल प्रभावित होने की आशंका है।

पत्र में कहा गया है कि नीरज कुमार ने 18 जून 2025 को पदभार ग्रहण किया था, पर छह माह में केवल एक बैठक में ही भाग लिया और उसके निर्देशों का पालन नहीं किया गया। इसके बाद वे लगातार अनुपस्थित रहे।

डॉ. मंजू भदौरिया ने पत्र में लिखा कि अधिशासी अभियंता का यह रवैया विभागीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना आचरण का परिचायक है। उन्होंने मुख्य अभियंता से मांग की है कि अधिशासी अभियंता के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए विभागीय कार्यों में सुधार सुनिश्चित किया जाए।

  • रिपोर्ट – सुशील गुप्ता
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