मुरैना/मप्र।  मुरैना जिला न्यायालय में आयोजित नेशनल लोक अदालत ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। श्रीमती संगीता मदान, प्रधान जिला न्यायाधीश और अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुरैना के नेतृत्व में 1041 लंबित प्रकरणों का समाधान किया गया, जो पिछले वर्ष के 941 प्रकरणों के रिकॉर्ड को तोड़ता है।

प्रमुख उपलब्धियाँ:

1041 प्रकरण सुलझाए: समझौता राशि 7.85 करोड़ रुपये से अधिक।

प्रीलिटिगेशन में कामयाबी: 2047 प्रकरणों का निराकरण, समझौता राशि 3.22 करोड़ रुपये।

पारिवारिक मेलजोल: 10 जोड़ों के टूटे रिश्तों को फिर से जोड़ा गया।

महत्वपूर्ण समाधान: 1.52 करोड़ रुपये के सिविल सूट का राजीनामा के जरिए निपटारा।

आयोजन की खासियत

मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशों और श्रीमती संगीता मदान के मार्गदर्शन में मुरैना, अम्बाह, जौरा और सबलगढ़ में कुल 34 खण्डपीठों ने कार्य किया। इनके माध्यम से पक्षकारों की सहमति से विवादों का त्वरित और सौहार्दपूर्ण समाधान हुआ। उद्घाटन समारोह में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ श्रीमती संगीता मदान, श्री हितेन्द्र द्विवेदी (प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय), और श्री पवन गुप्ता (अध्यक्ष, जिला अभिभाषक संघ) उपस्थित रहे।

क्यों है यह खास?

यह नेशनल लोक अदालत केवल मुकदमों के बोझ को कम करने तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने टूटे परिवारों को जोड़ा और पक्षकारों को त्वरित न्याय दिलाया। श्रीमती संगीता मदान ने इसे “न्याय की राह में एक बड़ा कदम” बताया।

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रिपोर्टर: मुहम्मद इसरार खान, जिला ब्यूरो चीफ, मुरैना

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