लखनऊ: सुबह 6 बजे – बच्चे कोचिंग के बाहर खड़े, अंदर से सिर्फ सन्नाटा। बोर्ड पर ताला, मैमोरी में भरोसा टूटने की आवाज़।
एक पेरेंट चिल्लाता है: “साल भर की फीस दे दी, अब बच्चा ऑनलाइन YouTube से पढ़ेगा क्या?”
एपिसोड 2: “पढ़ाई की आड़ में परोस दिया प्रॉपर्टी डील का पास्ता!”
ईडी की रिपोर्ट में खुलासा – फीस से:
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गुरुग्राम में 3 फ्लैट बुक किए गए
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नोएडा में एक फर्जी ट्रस्ट के नाम से बैंक अकाउंट खोलकर ₹18 करोड़ घुमाए
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एक डायरेक्टर की बीवी के नाम पर 2 किलो सोना!
और हां, बच्चों के सिलेबस से ज्यादा मोटे ऑफशोर अकाउंट्स के दस्तावेज़ मिले ईडी को!
एपिसोड 3: “मालदीव में मज़ा, मेरठ में मचा बवाल!”
जब छात्र कोचिंग के बाहर रो रहे थे, उसी समय एक संचालक ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाली थी –
अब वही पोस्ट सबूत बनकर गया ईडी के पास।
एपिसोड 4: “Fake Toppers, Real Trouble!”
ऐड में जिन बच्चों की फोटो दिखाई गई, वो बोले:
“भाई हमने तो कोचिंग ली ही नहीं, हमें भी टीवी में देखके झटका लगा!”
एपिसोड 5: “DK गोयल बोले – मैं मासूम हूं!”
प्रेस कांफ्रेंस में DK गोयल:
“बिज़नेस चला नहीं, हम भी मजबूर थे…”
ईडी: “मजबूर लोग 5 करोड़ के जेवर कैसे रखते हैं?”
जनता: “भाई, मजबूरी का नाम महाठगपंथी है क्या?”
अब सोचो, क्या इस पूरे स्कैम पर एक Netflix वेब सीरीज़ टाइप ट्रेलर बना डालूं? टाइटल क्या रहेगा –
“कोचिंग कॉन: एजुकेशन एक्सप्रेस टू जेल”
या
“Topper Scam: क्लासरूम से कोर्टरूम तक”
क्या निकला ईडी की जांच में?
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फर्जीवाड़ा फुल प्लानिंग से: छात्रों से एडवांस फीस लेकर, सेंटर एक-एक कर गायब कर दिए गए
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बिना सैलरी टीचर्स को बाहर का रास्ता: पढ़ाने वाले भी पीड़ित – “बिना पैसे पढ़ाने का रियलिटी शो”
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रजिस्ट्रेशन के नाम पर छल: छात्रों का डेटा इधर, फीस उधर – डायवर्ट करके अलग-अलग फर्म्स में पैसा घुमाया
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लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर: कई शहरों में विरोध प्रदर्शन, सोशल मीडिया पर वायरल कैंपेन
छात्रों की संख्या: 14,411
ठगी गई रकम: ₹206 करोड़ -
ईडी की कार्रवाई में जब्ती:
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₹10 लाख नकद
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₹4.89 करोड़ के सोने-चांदी के जेवर
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ढेरों फर्जी दस्तावेज और बैंक डिटेल्स
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