मथुरा।बार एसोसिएशन मथुरा में वार्षिक चुनाव तथा एल्डर कमेटी के गठन को लेकर जारी विवाद मंगलवार को दसवें दिन भी नहीं सुलझ सका। अधिवक्ताओं का धरना आज भी पूरे जोश के साथ जारी रहा, जिसमें बड़ी संख्या में वकीलों ने भाग लेकर वर्तमान अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी की।

अधिकांश अधिवक्ताओं का मत है कि वर्तमान अध्यक्ष व सचिव को संविधान के अनुसार कार्य करना चाहिए और वरिष्ठ अधिवक्ताओं तथा पूर्व अध्यक्षों को शामिल करते हुए एक सर्वसमावेशी एल्डर कमेटी बनाई जानी चाहिए। अधिवक्ताओं ने कहा कि पूर्व में गठित 11 सदस्यीय एल्डर कमेटी में वरिष्ठता के आधार पर वरिष्ठ अधिवक्ताओं व पूर्व अध्यक्षों को शामिल किया जाना चाहिए तथा बार के संचालन की जिम्मेदारी तत्काल इसी एल्डर कमेटी को सौंप दी जानी चाहिए।

अधिवक्ताओं का कहना है कि पदाधिकारियों का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है और संविधान के अनुसार कार्यकाल पूर्ण होते ही एल्डर कमेटी अस्तित्व में आ जाती है। ऐसे में वर्तमान पदाधिकारियों का पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। यदि अध्यक्ष व सचिव एल्डर कमेटी को चार्ज नहीं सौंपते हैं, तो आंदोलन को और तेज व व्यापक किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी वर्तमान पदाधिकारियों की होगी।

आंदोलनकारी अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि उनके धैर्य की परीक्षा न ली जाए क्योंकि आंदोलन के दस दिन हो चुके हैं और अभी तक न तो पदाधिकारी बात करने आए हैं और न ही किसी समाधान की पहल की गई है।

धरना-प्रदर्शन में भाग लेने वालों में अध्यक्ष पद प्रत्याशी राजकुमार उपाध्याय, इंद्र कुमार वशिष्ठ, सचिव पद प्रत्याशी पूजा वर्मा, रमाकांत भारद्वाज, मनोज शर्मा, शैलेश दुबे, अटल फौजदार, सुरेश पाठक, चौधरी भगवान सिंह वर्मा, बृजेश कुमार शर्मा, एल.के. गौतम, बी.पी. गौतम, राकेश चतुर्वेदी, राधेलाल बैध, भानु शर्मा, अनिल कुमार भारद्वाज, ठाकुर शूरवीर सिंह, विजेंद्र सिंह वैदिक, योगेश जादौन, योगेश तिवारी, आर.सी. शर्मा, कृष्ण गोपाल सिंह, भारत भूषण गौतम, दिनेश चंद शर्मा, सुधीर बंसल, नरेंद्र सिंह पूनिया, संदीप शर्मा, वीरेंद्र कुमार गौड़, जी.पी. सिंह, अनोखे शर्मा, हरीश कुमार ठाकुर, कुशल पाल शर्मा, हरिओम सिंह, देवकीनंदन सिंह, देवेंद्र सिंह, शशि गुप्ता, विनय कुमार, रवि कुमार, वंशीधर तेरिया, हरिश्चंद्र सिकरवार, विष्णु दत्त उपमन्यु, मुन्ना खान, राजेश सैनी, हैमबीर सिंह, संदीप शर्मा, अजय कुमार शर्मा सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल रहे।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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