राजनीति में सुचिता की मूर्ति और विदेश नीति के क्रांतिकारी नेता थे अटल जी
मुरैना/मप्र: भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति में सुचिता की मूर्ति बताते हुए भाजपा नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सबलगढ़ के जगदंबा गार्डन में आयोजित अटल स्मृति दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अलका गुर्जर ने कहा कि अटल जी ने अपने राजनीतिक जीवन में ईमानदारी, नैतिकता और उच्च आदर्शों का पालन किया, यही वजह है कि विरोधी दल के नेता भी उनका सम्मान करते थे।
डॉ. अलका गुर्जर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने भारतीय राजनीति के साथ-साथ विदेश नीति में भी अमिट छाप छोड़ी। उन्हें विदेश नीति का क्रांतिकारी नेता कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं। 1998 में विदेशी दबावों को नजरअंदाज कर परमाणु परीक्षण कर उन्होंने दुनिया को चौंका दिया। आज भी वे राजनीति के आदर्श पुरुष हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती आकाश गुर्जर ने अटल जी को विकास पुरुष बताते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय हितों को हमेशा राजनीति से ऊपर रखा। राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति में महत्वपूर्ण सुधार किए। हमें उनके आदर्शों को जीवन में उतारना चाहिए।
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष कमलेश कुशवाह, सबलगढ़ विधायक श्रीमती सरला रावत, जिला महामंत्री सोनू परमार समेत सभी मंडल अध्यक्ष, पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम से पहले डॉ. अलका गुर्जर का जिला पंचायत अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया।
यह कार्यक्रम अटल जी की जन्मशती वर्ष (2024-2025) के तहत भाजपा द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था और उनकी स्मृति में हर साल सुशासन दिवस मनाया जाता है।
- रिपोर्ट – मुहम्मद इसरार खान