आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बेसिक साइंस (रसायन विज्ञान विभाग) के प्रोफेसर डॉ. गौतम जायसवाल को शोध छात्रा से दुष्कर्म के सनसनीखेज मामले में न्यू आगरा थाना पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी को निलंबित भी कर दिया था।
मामले की पूरी पृष्ठभूमि
- पीड़िता का आरोप: आगरा जिले की रहने वाली पीड़िता स्कूल ऑफ बेसिक साइंस की रिसर्च स्कॉलर है और पीएचडी कर रही है। पीएचडी के दौरान प्रोफेसर गौतम जायसवाल उसके गाइड बने। आरोप है कि प्रोफेसर ने बातचीत के बहाने करीबी बढ़ाई और शादी का झांसा देकर दो साल तक शारीरिक शोषण किया। जब छात्रा ने शादी की बात की, तो आरोपी ने इनकार कर दिया। इसके बाद विश्वविद्यालय में बदनाम करने और शोध में फेल करने की धमकी दी।
- शिकायत और एफआईआर: परिजनों की शिकायत पर 28 अक्टूबर को थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज किया गया। एसीपी हरीपर्वत अक्षय संजय महाडिक ने बताया कि आईपीसी की धारा 376 (दुष्कर्म), 323 (मारपीट), 506 (धमकी) और 377 (प्राकृतिक अपराध के विरुद्ध) के तहत केस दर्ज है। पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मेडिकल परीक्षण भी कराया गया। छात्रा ने चैट, कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य डिजिटल साक्ष्य पुलिस को सौंपे हैं।
- गिरफ्तारी का विवरण: आरोपी फरार था और प्रयागराज के एक हॉस्टल में छिपा हुआ था। पुलिस ने दबिश देकर शुक्रवार सुबह उसे गिरफ्तार किया। आरोपी कोर्ट में स्टे लेने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने पहले ही हिरासत में ले लिया।
विश्वविद्यालय की कार्रवाई
मामले ने तूल पकड़ने पर कुलपति प्रो. आशु रानी ने आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) का गठन किया। प्रारंभिक जांच के बाद 28 अक्टूबर को प्रोफेसर गौतम जायसवाल को तत्काल निलंबित कर दिया गया। छात्र संगठनों ने भी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की थी, जिस पर पुलिस ने तेजी दिखाई।
पीड़िता का विभाग और विवरण
पीड़िता बॉटनी विभाग में शोध कर रही है, जबकि आरोपी रसायन विज्ञान विभाग से जुड़े हैं। घटना खंदारी परिसर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक साइंस (आईबीएस) से जुड़ी है। पुलिस जांच में यह सामने आया कि आरोपी ने छात्रा को खुजराहों होटल ले जाकर भी शोषण किया।





