वृन्दावन।श्रीहित हरिवंश नगर स्थित वानप्रस्थ धाम फेस-1 में श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रहे अष्ट दिवसीय गुरुपूर्णिमा महोत्सव एवं श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन व्यास पीठाधीन पण्डित रामांश पाराशर महाराज ने देश-विदेश से आए समस्त भक्तों-श्रद्धालुओं को अपनी मधुर वाणी के द्वारा वामन अवतार, बलि प्रसंग, गंगा अवतरण, श्रीराम जन्म एवं श्रीकृष्ण जन्म की कथा श्रवण कराई।
व्यासपीठ से पण्डित रामांश पाराशर महाराज ने कहा कि अखिल कोटि ब्रह्मांड नायक भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर जन्म लेकर न केवल पापियों, अत्याचारियों व दैत्यों का संघार किया बल्कि उन तमाम भक्तों, ऋषियों-मुनियों एवं साधु-संतों की वाणियों को साकार किया, जिन्होंने पूर्व जन्मों में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं में संलग्न होने का वरदान प्राप्त किया था।
उन्होंने भगवान के दिव्य स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान ने श्रीकृष्ण के रूप में ब्रज में अवतार लेकर पूरब से लेकर पश्चिम तक धर्म की स्थापना के लिए समस्त राक्षसों का उद्धार कर सभी जीवों को सुख प्रदान किया।
श्रद्धेय रामांश पाराशर ने कहा कि पृथ्वी पर जब-जब अधर्म बढ़ता है और धर्म की हानि होने लगती है,तब-तब अधर्म का नाश करने के लिए और धर्म की रक्षा व पुनःस्थापना के लिए भगवान नारायण पृथ्वी पर अवतरित होते हैं।इसीलिए वे तारणहार कहे जाते हैं।
इस अवसर पर भव्य नंदोत्सव आयोजित किया गया।साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की दिव्य झांकी सजाई गई।इसके अलावा जन्म से संबंधित बधाईयों व भजनों का संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य गायन किया गया।जिसके अंतर्गत रुपए-पैसे, खेल-खिलौने, वस्त्र-आभूषण आदि लुटाए गए।
महोत्सव में वानप्रस्थ धाम के संस्थापक डॉ. चतुर नारायण पाराशर महाराज, पुराणाचार्य डॉ. मनोज मोहन शास्त्री, डॉ. अशोक शास्त्री, आचार्य सुरेशचंद्र शास्त्री, मुख्य यजमान श्रीमती किरण शुक्ला, डॉ. अमरेश चंद्र शुक्ला सुशील राजवंशी (बीकानेर), आचार्य पवन पाराशर आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
- होम
- UP Board Result 2025
- देश
- विदेश
- प्रदेश
- उत्तर प्रदेश
- अमरोहा
- अमेठी
- अम्बेडकर नगर
- अयोध्या (पूर्व नाम: फैजाबाद)
- अलीगढ़
- आगरा
- आजमगढ़
- इटावा
- उन्नाव
- एटा
- औरैया
- कन्नौज
- कानपुर देहात
- कानपुर नगर
- कासगंज
- कुशीनगर
- कौशांबी
- गाज़ियाबाद
- गाज़ीपुर
- गोरखपुर
- गौतम बुद्ध नगर (नोएडा)
- चंदौली
- चित्रकूट
- गोंडा
- जालौन
- जौनपुर
- बदायूं
- जगत
- प्रयागराज (पूर्व नाम: इलाहाबाद)
- झांसी
- फतेहपुर
- देवरिया
- त्रिपुरा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- बरेली
- फर्रुखाबाद
- बहराइच
- फिरोजाबाद
- बलरामपुर
- बलिया
- बांदा
- बाराबंकी
- बस्ती
- बिजनौर
- बुलंदशहर
- महामाया नगर
- महोबा
- मथुरा
- मऊ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज़फ्फरनगर
- मिजोरम
- रामपुर
- महाराजगंज
- लखीमपुर खीरी
- मैनपुरी
- मेरठ
- रायबरेली
- लखनऊ
- ललितपुर
- वाराणसी
- शामली
- शाहजहांपुर
- संत कबीर नगर
- संत रविदास नगर (भदोही)
- सम्भल
- सहारनपुर
- सिद्धार्थनगर
- हापुड़
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- सोनभद्र
- श्रावस्ती
- हमीरपुर
- हाथरस
- हरदोई
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- आंध्र प्रदेश
- उत्तराखंड
- ओडिशा
- कर्नाटक
- केरल
- गुजरात
- गोवा
- छत्तीसगढ़
- तमिलनाडु
- तेलंगाना
- नगालैंड
- झारखंड
- पंजाब
- पश्चिम बंगाल
- बिहार
- हरियाणा
- महाराष्ट्र
- मध्य प्रदेश
- हिमाचल प्रदेश
- राजस्थान
- सिक्किम
- मेघालय
- मणिपुर
- उत्तर प्रदेश
- विविध
- खेल जगत
- मनोरंजन
- धर्म – आस्था
- संपादकीय
- ट्रेंडिंग
पण्डित रामांश पाराशर के श्रीमुख से भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण की कथा श्रवण कर भाव विभोर हुए भक्त-श्रद्धालु


Rahul Gaur 📍 Mathura
राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।