आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएड परीक्षा में शुक्रवार को एक ऐसी घटना हुई जिसने परीक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। आरबीएस नोडल केंद्र पर आंतरिक सचल दल ने तीन छात्राओं को नकल करते रंगे हाथ पकड़ा। दो छात्राएं कपड़ों में छुपाए मोबाइल से चोरी-छिपे जवाब देख रही थीं, जबकि तीसरी ने खुलेआम कागज पर नकल सामग्री लेकर परीक्षा हॉल में घुसने की हिम्मत दिखाई।
बीडीएम महाविद्यालय फतेहाबाद की छात्राएं अपने मोबाइल में डूबकर जवाबों की तलाश में लगी थीं, जबकि श्यामाश्याम टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज की छात्रा ने नकली उत्तरों का खजाना साथ रखा था। परीक्षा कक्ष में मोबाइल बाहर जमा कराने के बावजूद ये छात्राएं नकल की नई चालाकी दिखा गईं, जिसे सचल दल ने बड़ी सूझबूझ से पकड़ लिया।
प्राचार्य प्रो. विजय श्रीवास्तव ने बताया कि वरिष्ठ केंद्राध्यक्ष प्रो. परमेश पाल के निर्देश पर सभी नकल सामग्री और मोबाइल जब्त कर विश्वविद्यालय के हवाले कर दिए गए हैं। मोबाइल की गहन जांच से नकल के इस नेटवर्क के रहस्य उघाड़े जाएंगे और जुर्म में शामिल अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
यह खुलासा न केवल नकल की बेइज्जती है, बल्कि यह परीक्षा व्यवस्था की सख्ती और सचल दल की कड़ी मेहनत का प्रमाण भी है। आगरा विश्वविद्यालय अब ऐसे आरोपियों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।