लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश): देश में बढ़ते भारत-पाक तनाव की तपिश अब भारत-नेपाल सीमा तक पहुंच चुकी है! लखीमपुर खीरी जिले की नेपाल से सटी सरहद पर सुरक्षा एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया है — हर एक कदम पर नजर, हर एक साए पर शक!
गौरीफंटा बॉर्डर बना चौकसी का गढ़
शुक्रवार सुबह जब लोग अपने रोज़मर्रा में व्यस्त थे, उसी समय डीआईजी अनिल कुमार शर्मा पूरे दलबल के साथ पहुंचे सीधे गौरीफंटा बॉर्डर — और फिर शुरू हुआ ऑपरेशन चौकसी। उन्होंने न सिर्फ बॉर्डर पर तैनात जवानों का हौसला बढ़ाया, बल्कि नेपाल के अफसरों संग आमने-सामने बैठकर लिया सुरक्षा का फुल रिव्यू।
“हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाए। कोई भी गलती की गुंजाइश नहीं है!” – डीआईजी शर्मा की दो-टूक।
नो-मैन्स लैंड से लेकर जंगल तक अलर्ट
इस बार सिर्फ चेक पोस्ट नहीं, कच्चे रास्ते, बीहड़, और जंगलों की पगडंडियाँ भी एसएसबी और पीएसी के रडार पर हैं। पेट्रोलिंग अब 24×7 मोड में चल रही है — कमलापुरी से विशेनपुरी तक और बसही से मिलन बाजार तक, हर मोड़ पर खाकी के साये में है सरहद।
‘पहचान पत्र नहीं? तो इंट्री नहीं!’
अब सरहद पर मज़ाक नहीं चलने वाला — आईडी दिखाओ, तभी पार पाओ। हर वाहन की जांच हो रही है, हर चेहरे की स्कैनिंग! कहीं कोई ‘घुसपैठिया’ तो नहीं? यही सवाल हर पहरेदार की आंखों में है।
पीलीभीत से आया नया बल, रात में भी बढ़ा पहरा
सरहद पर तनाव को देखते हुए पीलीभीत से अतिरिक्त जवान बुला लिए गए हैं। रात का अंधेरा अब ‘कवर’ नहीं, बल्कि ‘जांच का वक्त’ है। टॉर्च की रोशनी में अब हर झाड़ी, हर पेड़ के पीछे तलाश होती है — कुछ छुपा तो नहीं?
सायरन, रिहर्सल और शहर में यलो अलर्ट!
लोगों को भरोसा दिलाने के लिए शहर में गूंजा यलो अलर्ट का सायरन। पुलिस की गाड़ियां सड़कों पर निकलीं, और लोगों को बताया गया कि — डरें नहीं, जागरूक रहें!
जानिए क्या है जमीनी हकीकत
भारत-नेपाल सीमा फिलहाल शांति की चादर में लिपटी हुई जरूर दिख रही है, लेकिन अंदर ही अंदर सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हर हरकत दर्ज हो रही है। ये सन्नाटा किसी भी वक्त तूफान में बदल सकता है — और खाकी तैयार है हर चुनौती के लिए!