नई दिल्ली: शादी का सीजन चल रहा है, लेकिन साइबर ठगों के लिए ये मौका भी है। वॉट्सएप पर आने वाले फर्जी डिजिटल वेडिंग कार्ड्स अब लोगों के फोन को निशाना बना रहे हैं। ये कार्ड दिखने में तो आम न्योता लगते हैं, लेकिन असल में ये खतरनाक APK फाइलें हैं, जो क्लिक करते ही वायरस इंस्टॉल कर देती हैं। नतीजा? फोन हैक, बैंक डिटेल्स चोरी, फोटोज लीक और हजारों-लाखों रुपये का नुकसान। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में हाल ही में दर्जनों मामले सामने आए हैं, जहां लोग इसी जाल में फंस चुके हैं।
क्या हो रहा है ये स्कैम?
साइबर अपराधी अज्ञात नंबर्स या फर्जी ग्रुप्स से मैसेज भेजते हैं, जिसमें “हमारी शादी का डिजिटल कार्ड देखिए” जैसे आकर्षक शब्द होते हैं। मैसेज के साथ एक लिंक या फाइल अटैच होती है, जो APK एक्सटेंशन वाली होती है। जैसे ही यूजर इसे डाउनलोड या ओपन करता है, मालवेयर फोन में घुस जाता है। ये वायरस बैकग्राउंड में काम करता है – OTP चुरा लेता है, UPI ऐप्स एक्सेस करता है, और पलक झपकते ही ट्रांजेक्शन कर देता है।
- हालिया घटनाएं:
- बिजनौर, यूपी: डॉ. ओमप्रकाश चौहान को वॉट्सएप पर वेडिंग इनवाइट मिला। लिंक क्लिक करने के कुछ मिनटों में उनके बैंक से 31,000 रुपये कट गए। पुलिस ने चेतावनी दी कि ये फाइलें APK फॉर्मेट में आती हैं, जो असली कार्ड्स में नहीं होतीं।
- भिलवाड़ा, राजस्थान: एक महिलाओं के वॉट्सएप ग्रुप में 150 से ज्यादा लोगों को फर्जी इनवाइट भेजा गया। कईयों के फोन हैक हो गए, और बैंक डिटेल्स चोरी हो गईं।
- गुरुग्राम: साइबर सेल ने अलर्ट जारी किया – वेडिंग सीजन में APK फाइल्स से सावधान रहें, वरना अकाउंट खाली हो सकता है।
- हिमाचल प्रदेश: एक सरकारी कर्मचारी ने क्लिक करने पर 1.9 लाख रुपये गंवा दिए।
ये स्कैम पूरे भारत में फैल रहा है। 2023 में ही साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर को 12 लाख से ज्यादा शिकायतें मिलीं, और 2025 में ये संख्या और बढ़ रही है।
कैसे पहचानें फर्जी कार्ड?
- APK चेक करें: फाइल का नाम .apk से खत्म होता है? तुरंत डिलीट करें। असली डिजिटल कार्ड इमेज (JPG/PNG) या PDF में आते हैं, ऐप नहीं।
- अज्ञात स्रोत: अनजान नंबर या ग्रुप से आए? वेरिफाई करें। दोस्तों से कॉल करके कन्फर्म करें।
- लिंक पर क्लिक न करें: “डाउनलोड करें” या “ओपन करें” बटन न दबाएं।
बचाव के आसान टिप्स (पुलिस और एक्सपर्ट्स की सलाह):
- फाइल डाउनलोड बंद रखें: सेटिंग्स में अनजान ऐप्स इंस्टॉल करने की परमिशन ऑफ करें।
- OTP शेयर न करें: कभी भी कॉल या मैसेज पर OTP न दें।
- अपडेट रखें: फोन का OS और ऐंटीवायरस अपडेट रखें। ऐप्स जैसे Avast या Google Play Protect यूज करें।
- रिपोर्ट करें: अगर मैसेज आए, तो वॉट्सएप पर ब्लॉक करें और cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। हेल्पलाइन: 1930।
- अगर गलती हो जाए: तुरंत इंटरनेट ऑफ करें, बैंक को नोटिफाई करें, और फोन रीसेट करें।

