लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक उपाध्याय के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज यह तीसरी FIR है। मामला गोरखपुर में पशु तस्करों के हाथों 19 वर्षीय युवक दीपक गुप्ता की मौत की रिपोर्टिंग से जुड़ा है।

क्या है पूरा मामला?

गोरखपुर के निवासी दीपक गुप्ता की मौत पशु तस्करों से जुड़े विवाद में हुई थी। मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए थे और यह खबर कई मीडिया चैनलों व अखबारों में प्रकाशित हुई थी। अभिषेक उपाध्याय ने भी इस विषय पर रिपोर्ट की, जिसके बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई।

पहले भी दर्ज हो चुके हैं मुकदमे

अभिषेक उपाध्याय पर इससे पहले भी दो मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। हालांकि, उन मामलों में उन्हें इलाहाबाद उच्च न्यायालय से राहत मिल चुकी है। अब तीसरे केस के सामने आने के बाद उन्होंने इसे पत्रकारिता की आज़ादी पर सीधा हमला बताया है।

पत्रकार ने क्या कहा?

अभिषेक उपाध्याय ने इस ताजा FIR को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा—
“मेरे खिलाफ यूपी पुलिस की एक और एफआईआर! लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक के बाद एक तीसरी एफआईआर!!! इस बार मुद्दा बनाया गया है योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में पशु तस्करों के हाथों 19 साल के दीपक गुप्ता की मौत को। जो मुद्दा सबने लिखा, सबने छापा, दीपक के घरवालों ने मीडिया के कैमरों के सामने जो आरोप लगाए, उसे रिपोर्ट करने पर एफआईआर!”

गोरखपुर की घटना का संदर्भ

गोरखपुर निवासी 19 वर्षीय दीपक गुप्ता की मौत पशु तस्करों से जुड़े विवाद में हुई थी। इस घटना को लेकर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए थे, जिनकी कवरेज कई मीडिया संस्थानों में हुई थी। अभिषेक उपाध्याय ने भी इस मुद्दे पर रिपोर्टिंग की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ तीसरी FIR दर्ज की गई।

क्यों घिर रहे हैं विवाद में?

तीसरी FIR सामने आने के बाद उपाध्याय ने इसे पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। उनका कहना है कि जो खबर अन्य मीडिया संस्थान भी चला चुके हैं, उसी रिपोर्टिंग पर केवल उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

Exit mobile version