सहारनपुर: कानून के रखवाले का दिल चुरा लेना आसान नहीं, लेकिन एक युवती ने ऐसा कर दिखाया! उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गागलहेड़ी थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर प्रवेश शर्मा पर प्यार का भूत ऐसा सवार हुआ कि उन्होंने थाने की जिम्मेदारियां भूलकर अपनी ‘प्रेमिका’ को अपनी कार से ‘ओला जैसी’ सुविधाएं देने का लालच दे डाला। वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर साहब का जुनून साफ झलकता है, जहां वे युवती को बार-बार होटल के कमरे पर बुलाने, रात भर रुकने और काले शीशे वाली गाड़ी भेजने की बातें करते नजर आ रहे हैं। लेकिन लड़की बहाने बनाती रहती है, और इंस्पेक्टर का धैर्य टूटते हुए दिखता है। क्या यह सच्ची मोहब्बत है या ड्यूटी की लापरवाही का खेल? पूरा मामला सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है!

वीडियो में इंस्पेक्टर शर्मा फोन पर युवती से बात करते हुए कहते सुनाई देते हैं, “तू आ जा ना, मैं कार भेज दूंगा। ओला जैसी सर्विस मिलेगी, बस तू तैयार हो जा।” युवती के बहाने सुनकर उनका गुस्सा भड़कता है, और वे कमरे पर मिलने का दबाव बनाते हैं। रिकॉर्डिंग में साफ दिखता है कि कॉलर का नाम ‘प्रवेश शर्मा’ ही है, जो गागलहेड़ी थाने के प्रभारी हैं। यह वीडियो 24 नवंबर को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, और अब तक हजारों व्यूज बटोर चुका है।

मगर इस ड्रामे में ट्विस्ट आ गया है। इंस्पेक्टर शर्मा ने सफाई देते हुए कहा है कि यह वीडियो फर्जी है और उनकी आवाज को AI टेक्नोलॉजी से जोड़ा गया है। “ये मेरी आवाज नहीं है, किसी ने AI का इस्तेमाल करके मुझे बदनाम करने की कोशिश की है,” उनका दावा है। लेकिन सवाल उठता है – अगर AI है तो इतनी सटीक डिटेल्स, जैसे थाने का नाम और पर्सनल टोन, कैसे? सोशल मीडिया यूजर्स तो इसे ‘पुलिस का प्यार का पंगा’ बता रहे हैं, और कई तो विभाग से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

यह घटना उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गई है। गागलहेड़ी थाना सहारनपुर के एक व्यस्त इलाके में है, जहां अपराध नियंत्रण की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर शर्मा जैसी होती है। लेकिन अगर वीडियो सच्चा साबित हुआ, तो क्या यह ड्यूटी की अवहेलना का केस बनेगा? विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन वायरल क्लिप ने पूरे शहर में चर्चा छेड़ दी है। क्या इंस्पेक्टर का जुनून उनकी वर्दी पर दाग लगाएगा, या AI का बहाना कामयाब होगा? आने वाले दिनों में जांच से सच्चाई सामने आएगी।

यह मामला पुलिस की नैतिकता पर सवाल खड़े कर रहा है। क्या वर्दी पहनने वाले भी इंसान हैं, या कानून के सख्त पहरेदार? फिलहाल, सोशल मीडिया पर बहस गरम है – आप क्या कहते हैं? कमेंट में बताएं! “जिला नजर इस वीडियो खबर की पुष्टि नही करता है”

दैनिक जिला नज़र – (नजरिया सच का) प्रिंट & सोशल मीडिया न्यूज़ नेटवर्क दैनिक जिला नज़र सत्यनिष्ठ पत्रकारिता और जनपक्षीय विचारधारा का विश्वसनीय मंच है। हम समाचारों को केवल प्रसारित नहीं करते—बल्कि उन्हें प्रमाणिकता, नैतिकता और गहन विवेक के साथ पाठकों तक पहुँचाते हैं। स्थानीय सरोकारों से लेकर राष्ट्रीय मुद्दों तक, हर सूचना को हम निष्पक्ष दृष्टि, आधुनिक संपादकीय मानकों और जिम्मेदार मीडिया आचरण के साथ प्रस्तुत करते हैं। प्रिंट की गरिमा और डिजिटल की गति—दोनों का संतुलित संगम है "जिला नज़र"। हमारा ध्येय है— सत्य को स्वर देना, समाज को दिशा देना। दैनिक जिला नज़र जहाँ समाचार विश्वसनीयता की भाषा बोलते हैं।

error: Content is protected !!
Exit mobile version