मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के थाना औंछा क्षेत्र के गांव नगला दया में दहेज की लालच में एक विवाहिता की क्रूर हत्या का मामला सामने आया है। 1 अक्टूबर को हुई इस घटना में आरोपी ससुरालीजनों ने पहले पूजा के सिर पर वार किया, फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की पुष्टि गला घोंटने से हुई है, साथ ही सिर पर लगी चोट का भी जिक्र है। हत्या के बाद ससुराल वालों ने शव को जंगल में ले जाकर जला दिया, ताकि अपराध छिपा रहे। थाना पुलिस सभी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।

शादी के छह माह बाद दहेज की बलि चढ़ी बेटी

थाना किशनी क्षेत्र के गांव नगला दुली के रहने वाले अशोक कुमार ने अपनी पुत्री पूजा की शादी 4 मार्च 2024 को नगला दया के भूपेंद्र से की थी। शादी के महज छह माह बाद ही ससुरालीजनों ने दहेज की मांग को लेकर पूजा को निशाना बनाया। अशोक कुमार ने बताया कि 1 अक्टूबर को उन्हें सूचना मिली कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गई है। जब वे ससुराल पहुंचे, तो ससुरालीजन पहले ही शव को जंगल में ले जाकर जला चुके थे। “हमारी बेटी की चीखें आज भी कान में गूंज रही हैं। दहेज के लालच ने उसे छीन लिया,” अशोक ने दर्द भरे लहजे में कहा।

अशोक की तहरीर पर औंछा थाने में दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया है। नामजद आरोपी में पति भूपेंद्र, जेठ गजेंद्र, सुरेंद्र, रविंद्र, ससुर रामप्रकाश और जेठानी नीरज शामिल हैं। प्रभारी निरीक्षक छत्रपाल सिंह ने बताया, “पोस्टमार्टम में साफ पता चला कि मौत गला घोंटने से हुई है। सिर पर वार से चोट के निशान भी हैं। सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।”

दहेज लोभ का शिकार: पोस्टमार्टम ने खोला राज

जिला अस्पताल में हुए पोस्टमार्टम ने हत्या की क्रूरता को उजागर कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने पहले पूजा के सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया, जिससे वह बेहोश हो गई। फिर गला दबाकर हत्या को अंजाम दिया। शव को जलाने की कोशिश से साक्ष्य मिटाने का प्रयास साफ झलकता है। यह घटना मैनपुरी के औंछा क्षेत्र में दहेज हिंसा की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है।

पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 304बी (दहेज हत्या), 498ए (पति या रिश्तेदार द्वारा क्रूरता) और डाउरी प्रॉहिबिशन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी ने विशेष टीम गठित कर दी है, जो आरोपियों के फरार होने के रूट्स पर नजर रख रही है।

परिवार का दर्द: न्याय की गुहार

पूजा के पिता अशोक कुमार ने कहा, “हमने बेटी की शादी में जो दिया, वो काफी था। फिर भी मांगें खत्म न हुईं। अब न्याय ही हमारा सहारा है।” गांव वालों में भी आक्रोश है। एक स्थानीय महिला ने बताया, “ऐसी घटनाएं रोज हो रही हैं। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।”

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