अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के रहसूपुर गांव में सोमवार देर रात एक सनसनीखेज हत्याकांड ने इलाके में सनसनी फैला दी। यहां 35 वर्षीय बंटी ने अपने फुफेरे भाई देवराज उर्फ देवू (उम्र लगभग 30 वर्ष) की क्रूरता से हत्या कर दी। पहले गोली मारकर देवराज को घायल किया, फिर फरसे से गला काट डाला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि गोली पीठ से प्रवेश कर फेफड़े को चीरते हुए बाहर निकल गई थी, जबकि फरसे से शरीर पर कम से कम छह वार किए गए थे।
शराब पार्टी से शुरू हुई खूनी लड़ाई
जांच के मुताबिक, देवराज विजयगढ़ थाना क्षेत्र के भटोली गांव का निवासी था और अक्सर बंटी के घर आता-जाता रहता था। सोमवार शाम करीब 8 बजे वह फिर रहसूपुर पहुंचा। दोनों ने रात 12 बजे तक ऊपरी मंजिल पर शराब पार्टी की। इसी दौरान किसी बात पर विवाद हो गया। गुस्से में आग बबूला बंटी ने देवराज की पीठ में गोली मार दी। जब देवराज जमीन पर गिर पड़ा, तो बंटी ने फरसे से उसके गले पर वार कर दिया। खून से सन हुआ कमरा देखकर कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि रिश्ते की यह डोर इतनी खूनी हो जाएगी।
गोली की आवाज सुनकर बंटी की पत्नी और दो बेटियां (15 वर्षीय गुड्डो और एक अन्य) दूसरी मंजिल पर पहुंचीं। वहां देवराज का खून से लथपथ शव पड़ा था। बेटी गुड्डो ने तुरंत पुलिस को फोन करने की कोशिश की, लेकिन बंटी ने उसे रोक लिया। आरोपी ने रात भर लाश के पास ही बैठे रहे—एक तरफ तमंचा और दूसरी तरफ फरसा रखे हुए। उसके कपड़े भी खून से रंगे हुए थे। सुबह होते ही बंटी ने पहले नहाया-धोया, पूजा की, तिलक लगाया और फिर बेटी से कहा, “अब पुलिस को बुला लो।” गुड्डो ने मंगलवार सुबह कंट्रोल रूम को फोन कर हत्या की जानकारी दी।
पुरानी रंजिश और कर्ज का बोझ: हत्याकांड के पीछे असली वजह?
पुलिस ने बंटी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से तमंचा, फरसा और खून लगे कपड़े बरामद कर लिए गए। पूछताछ में बंटी ने दावा किया कि 17 साल पहले पहासू हत्याकांड (जिसमें एक युवक राजा की हत्या हुई थी) में उसे फंसाया गया था। जेल से बाहर आने के बाद मृतक पक्ष के लोग उसकी हत्या की साजिश रच रहे थे, और देवराज भी उनसे मिला हुआ था। वह रेकी (जासूसी) कर रहा था, इसलिए उसे मार डाला। हालांकि, एसपी देहात अमृत जैन और सीओ अतरौली राजीव द्विवेदी ने बताया कि आरोपी का यह बयान संदिग्ध लग रहा है। पुलिस पुरानी रंजिश और अन्य पहलुओं की गहन जांच कर रही है।
देवराज के पिता हरीपाल सिंह ने खुलासा किया कि बंटी ने डेढ़ साल पहले मकान निर्माण के लिए 5 लाख रुपये उधार लिए थे, जो लौटा नहीं रहा। देवराज बार-बार रुपये वसूलने आता था। सोमवार को भी यही मुद्दा था। हरीपाल ने कहा, “देवराज ने पहले बताया था कि रुपये मांगने पर बंटी धमकी देता था।” कुछ रिपोर्ट्स में प्रेम प्रसंग के विवाद का भी जिक्र है, जिसकी पुष्टि पुलिस कर रही है।
आरोपी का आपराधिक इतिहास: 14 साल जेल काट चुका बंटी
बंटी मूल रूप से बुलंदशहर के कसूमी गांव का रहने वाला है। वहां संपत्ति बेचकर ढाई साल पहले ससुराल में रहसूपुर आ बसा। यहां वह खेती करता है और पत्नी व दो बेटियों के साथ तीन मंजिला मकान में रहता है। लेकिन उसका आपराधिक इतिहास लंबा है। 17 साल पहले पहासू थाना क्षेत्र में एक नामकरण समारोह के दौरान युवक राजा की हत्या के मामले में बंटी को 14 साल की सजा हुई थी। हाल ही में जेल से रिहा हुआ था। सीओ द्विवेदी ने पुष्टि की कि यह उसकी पुरानी सजा से जुड़ा मामला प्रतीत हो रहा है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोला राज
जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के दौरान एक्स-रे से गोली नहीं मिली। डॉक्टरों के अनुसार, गोली पीठ से घुसकर फेफड़े को फाड़ते हुए बाहर निकल गई। गला पूरी तरह कट चुका था, चेहरे और होंठ पर भी कटाव के निशान थे। शरीर पर हल्के घाव बचाव की कोशिश के दौरान लगे माने जा रहे हैं। शव को देवराज के पैतृक गांव भटोली ले जाया गया।
पुलिस ने हत्या, अवैध हथियार रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी जैन ने कहा, “परिवार से पूछताछ जारी है। सच्चाई जल्द सामने आ जाएगी।” यह घटना ग्रामीण इलाकों में बढ़ते पारिवारिक विवादों की ओर इशारा कर रही है।