लखनऊ: देशभर में गुरुवार को विजयदशमी का पर्व परंपरा और श्रद्धा के साथ मनाया गया। जगह-जगह रामलीलाओं के समापन के बाद रावण दहन का आयोजन किया गया। इसी बीच राजधानी लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगाया गया एक पोस्टर राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया।


कांग्रेस कार्यकर्ता आर्यन मिश्रा द्वारा लगाए गए इस पोस्टर में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भगवान राम के रूप में तीर चलाते हुए दर्शाया गया है, जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को लक्ष्मण के रूप में दिखाया गया है। पोस्टर में खास बात यह है कि रावण के दस सिरों पर पारंपरिक प्रतीक चिन्हों के बजाय वर्तमान राजनीतिक मुद्दों को स्थान दिया गया है।

इन सिरों पर महंगाई, जंगलराज, भ्रष्टाचार, ईडी, वोट चोरी, चुनाव आयोग, सीबीआई, बेरोजगारी, पेपर लीक और तानाशाही जैसे शब्द लिखे गए हैं। पोस्टर का संदेश साफ है कि कांग्रेस इन मुद्दों को भाजपा शासन की सबसे बड़ी खामियों के तौर पर जनता के सामने रखना चाहती है।

पोस्टर सामने आते ही राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह प्रतीकात्मक पोस्टर है, जिसका उद्देश्य जनता को यह बताना है कि राहुल गांधी और कांग्रेस भाजपा की नीतियों और कथित तानाशाही प्रवृत्ति के खिलाफ संघर्षरत हैं।

हालांकि, भाजपा ने इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करार देते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि कांग्रेस अब खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए धार्मिक प्रतीकों का सहारा ले रही है, जो जनता की आस्था से खिलवाड़ है।


राजनीतिक पंडित ने कहा यह पोस्टर आने वाले दिनों में यूपी की सियासत में गरमाहट जरूर बढ़ाएगा। दशहरे जैसे पावन पर्व पर लगे इस राजनीतिक रंग वाले पोस्टर ने न केवल कांग्रेस के राजनीतिक संदेश को सामने रखा है, बल्कि भाजपा-कांग्रेस के बीच आने वाले समय में होने वाली जुबानी जंग की आहट भी दे दी है।

कुल मिलाकर, विजयदशमी के मौके पर लगाया गया यह पोस्टर आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की सियासी चर्चाओं का केंद्र बनने वाला है।

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