आगरा: ऐतिहासिक योद्धा महाराणा सांगा (राणा संग्राम सिंह) को लेकर सपा सांसद रामजीलाल सुमन और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के कथित विवादित बयानों से जुड़े मामले में आगरा न्यायालय में सोमवार को सुनवाई हुई। सिविल रिवीजन संख्या-119/2025 (अजय प्रताप सिंह आदि बनाम अखिलेश यादव एवं रामजीलाल सुमन आदि) में एमपी/एमएलए कोर्ट/एडीजे-19 ने मामले की मूल पत्रावली प्रस्तुत होने के बाद बहस के लिए 19 जनवरी 2026 की तारीख निर्धारित कर दी।
वादी पक्ष के अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि न्यायालय ने आदेश 1 नियम 8 सीपीसी के तहत प्रकरण में बहस के लिए 19 जनवरी की तारीख तय की है। इस दिन दोनों पक्ष अपने विधिक तर्क प्रस्तुत करेंगे। सुनवाई के दौरान वादी पक्ष से अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह और विपक्ष से अधिवक्ता रईसुद्दीन तथा राजेंद्र प्रसाद उपस्थित रहे।
यह मामला मार्च 2025 में राज्यसभा में रामजीलाल सुमन के बयान से उपजा था, जिसमें उन्होंने राणा सांगा को “गद्दार” कहकर विवाद खड़ा किया था। अखिलेश यादव पर भी इसका समर्थन करने का आरोप लगा। अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने आर्य संस्कृति संरक्षण ट्रस्ट की ओर से सिविल सूट दायर किया था, जो निचली अदालत से खारिज होने के बाद रिवीजन में पहुंचा। कानूनी गलियारों में इसकी अगली सुनवाई को लेकर उत्साह है, क्योंकि मामला ऐतिहासिक तथ्यों और कानूनी व्याख्या दोनों से जुड़ा महत्वपूर्ण है।

