नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को कमजोर करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। राहुल ने कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के ‘द हिंदू’ में प्रकाशित लेख को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा करते हुए सरकार की नीतियों पर गंभीर आरोप लगाए।
राहुल गांधी ने अपने X पोस्ट में लिखा: “न जनसंवाद, न संसद में चर्चा, न राज्यों की सहमति – मोदी सरकार ने मनरेगा और लोकतंत्र दोनों पर बुलडोजर चला दिया है। यह विकास नहीं, विनाश है – जिसकी कीमत करोड़ों मेहनतकश भारतीय अपनी रोजी-रोटी गंवा कर चुकाएंगे।” उन्होंने लोगों से सोनिया गांधी का लेख पढ़ने की अपील की, जिसमें मनरेगा के ‘बुलडोज्ड डेमोलिशन’ का हर पहलू उजागर किया गया है।
पृष्ठभूमि
हाल ही में संसद ने विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) (VB-G RAM G) बिल, 2025 पास किया, जो मनरेगा को रिप्लेस करता है। सरकार इसे 125 दिनों की गारंटी और बेहतर ढांचे का दावा बताती है, लेकिन कांग्रेस समेत विपक्ष इसे मनरेगा की ‘मौत’ और अधिकारों पर हमला बता रहा है। सोनिया गांधी ने अपने लेख में इसे ‘बुलडोज्ड डेमोलिशन’ कहा और करोड़ों ग्रामीण गरीबों पर katastrofic प्रभाव की चेतावनी दी।
कांग्रेस का आरोप है कि नई योजना में डिमांड-बेस्ड अधिकार खत्म हो रहा है, सेंट्रलाइजेशन बढ़ रहा है और ग्रामीण मजदूरों की बारगेनिंग पावर कमजोर होगी। मनरेगा ग्रामीण भारत की लाइफलाइन रही है, जो प्रवास रोकती थी और महिलाओं-दलितों को सशक्त बनाती थी।
यह मुद्दा आने वाले दिनों में राजनीतिक बहस को और गरमा सकता है। विपक्ष सड़क से संसद तक विरोध कर रहा है, जबकि सरकार इसे विकसित भारत की दिशा में कदम बता रही है।

