लिविंग वाटर साइकिल बिल्डिंग और दो कुंडों के पुनर्जीवन से सुधरेगा यमुना तट का पर्यावरणीय संतुलन

मथुरा। मथुरा-वृंदावन में यमुना जी की सफाई, घाटों के संरक्षण और दो प्राचीन कुंडों के पुनर्जीवन के लिए गुरुवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, नगर निगम, विकास प्राधिकरण तथा सिंचाई विभाग ने लिविंग पीस फाउंडेशन प्रोजेक्ट, गुरुग्राम के साथ एक एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर किए।

बैठक में ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सभागार में फाउंडेशन के प्रतिनिधियों द्वारा “यमुना जल प्रदूषण निवारण एवं प्रचार-प्रसार” विषय पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया गया। इस दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी सूरज पटेल, मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, तथा विकास प्राधिकरण सचिव आशीष कुमार सिंह सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

परियोजना के अंतर्गत विश्राम घाट के पास “लिविंग वाटर साइकिल बिल्डिंग” का निर्माण किया जाएगा, जो यमुना नदी में ठोस अपशिष्ट नियंत्रण और जल प्रदूषण जागरूकता पर केंद्रित होगी। इसी प्रकार वृंदावन में देवराह बाबा घाट के निकट एक और लिविंग वाटर साइकिल बिल्डिंग बनेगी। इसके अलावा, गोकुल स्थित पतित पावन कुंड तथा बलदेव क्षेत्र के बंदी आनंदी कुंड को पुनर्जीवित किया जाएगा।

परियोजना स्ववित्त पोषित (Self-Financed) होगी और इसके लिए संस्था स्वयं सीएसआर फंड जुटाएगी। एमओयू के बाद सर्वेक्षण और डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार की जाएगी, जिसके उपरांत वर्ष 2026 में कार्य प्रारंभ होगा।

बैठक में एसीईओ मदन चंद्र दुबे, पर्यावरण विशेषज्ञ मुकेश शर्मा, गोकुल नगर पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित, अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार, सिंचाई विभाग के नागेंद्र सिंह व गिरीश चौधरी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रंजीत कुमार, तथा जल निगम के विशाल सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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