मुरादाबाद।  उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में रामगंगा नदी के उफान ने भारी तबाही मचाई है। भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई गांव और शहरी इलाके जलमग्न हो गए हैं। इस बीच, एक दिल दहला देने वाली घटना में बाढ़ग्रस्त इलाके में गश्त पर निकला एक सिपाही रामगंगा के तेज बहाव में बह गया। सिपाही की तलाश में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं, लेकिन तेज धार और बाढ़ के कारण अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। स्थानीय प्रशासन ने सिपाही की तलाश तेज कर दी है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू किए गए हैं।

कानपुर में यमुना नदी में डूबने से भाई-बहन की मौत:

दूसरी ओर, कानपुर में यमुना नदी में नहाने गए एक भाई-बहन की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों और पुलिस ने बचाव की कोशिश की, लेकिन दोनों को बचाया नहीं जा सका। इस हादसे ने इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। प्रशासन ने लोगों से नदियों के किनारे सावधानी बरतने की अपील की है।

संभल में गंगा का जलस्तर बढ़ा, 20 गांव बाढ़ की चपेट में:

संभल जिले में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से स्थिति गंभीर हो गई है। नदी के उफान के कारण करीब 20 गांव बाढ़ के पानी में घिर गए हैं। कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है, और सैकड़ों लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए टीमें तैनात की हैं।

प्रशासन का अलर्ट, राहत कार्य जारी:

मुरादाबाद, संभल और कानपुर में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। रामगंगा, गंगा और यमुना नदियों के किनारे बसे इलाकों में लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। बाढ़ खंड विभाग और SDRF की टीमें लगातार निगरानी और बचाव कार्य में जुटी हैं। मुरादाबाद में रामगंगा का जलस्तर 191.22 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 42 सेंटीमीटर ऊपर है। स्थानीय लोग ट्रैक्टर और बैलगाड़ियों की मदद से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं।

स्थानीय लोगों की परेशानी:

बाढ़ के कारण सड़कों, स्कूलों और अस्पतालों तक पानी भर गया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। मुरादाबाद के ताजपुर माफी इलाके में घरों में 5 फीट तक पानी घुस चुका है। कई लोग अपने घरों में कैद हैं, और पशुओं के लिए चारे की कमी हो गई है। प्रशासन ने कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं और लोगों से नदियों के पास न जाने की सलाह दी है।

मौसम का प्रभाव:

पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मैदानी इलाकों में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना जताई है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

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