आगरा। एएनटीएफ आगरा और थाना कमला नगर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए देर रात दो चरस तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्कर कार की बॉडी के अंदर 10 किलो चरस छिपाकर फिरोजाबाद की तरफ ले जा रहे थे। बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई गई है। तस्करों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि वे ‘पुष्पा’ फिल्म से प्रेरित होकर इस तरह की स्लाइडिंग-हाइडिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रहे थे।
कर्ज ने उतारा तस्करी की राह पर
पकड़े गए आरोपी बलवीर सिंह (पंजाब) और धर्मवीर राणा (हिमाचल प्रदेश) पहले भी तस्करी में पकड़े जा चुके हैं और तिहाड़ जेल में बंद रहने का इतिहास रहा है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि जेल के दौरान उन पर काफी कर्ज हो गया था, जिसे चुकाने के लिए उन्होंने फिर से चरस तस्करी शुरू कर दी।
कैसे पकड़े गए तस्कर?
एएनटीएफ के इंस्पेक्टर हरविंदर मिश्रा को मुखबिर से सूचना मिली कि एक इनोवा कार (18 सीरीज) में चरस तस्करी की जा रही है। पुलिस टीम गाड़ी का पीछा करने लगी। दूसरी सूचना मिली कि वाहन सुल्तानगंज की पुलिया की ओर बढ़ रहा है। एएनटीएफ ने तत्काल कमला नगर थानाध्यक्ष योगेश नागर को अलर्ट किया। संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर गाड़ी को रोका। तलाशी के दौरान जब कार की बॉडी खोली गई तो पुलिस भी दंग रह गई। गाड़ी के अंदरूनी हिस्सों में अलग-अलग कम्पार्टमेंट बनाकर 10 किलो चरस छिपाई गई थी।
पुलिस भी रह गई हैरान
गाड़ी के कई हिस्सों को काटकर छिपाने की ऐसी तकनीक अक्सर हाई-प्रोफाइल तस्करी में देखी जाती है। पुलिस का कहना है कि तस्करों ने यह आइडिया बॉलीवुड फिल्म ‘पुष्पा’ से लिया था, जहां इसी तरह माल छिपाया जाता है।
अदालत में पेश कर जेल भेजा जाएगा
दोनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस तस्करी के बड़े नेटवर्क और सप्लायरों का भी पता लगाने में जुटी है।

