शनिवार को जनपद न्यायालय मथुरा में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्री विकास कुमार द्वारा की गई। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री आशीष जैन, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण श्री राजेश चौधरी, अपर जिला जज श्री रामकिशोर पाण्डेय, श्री अजय पाल सिंह, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्री सुरेन्द्र प्रसाद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री उत्सव गौरव राज, अध्यक्ष बार एसोसिएशन श्री प्रदीप कुमार शर्मा, सचिव बार एसोसिएशन श्री शिवकुमार लवानियां सहित समस्त न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता, बैंक/मोबाइल / फाइनेन्स कम्पनियों के अधिकारी, वादकारी, पराविधिक स्वयंसेवक, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल आदि उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश श्री विकास कुमार द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला मुख्यालय, कलेक्ट्रेट, तहसील स्तर पर कुल 361171 वाद निस्तारण हेतु नियत किये गये, जिनमें से 282280 वादों का निस्तारण किया गया। श्री विकास कुमार, जनपद न्यायाधीश, मथुरा द्वारा 44 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।

श्री आशीष जैन, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, मथुरा द्वारा 39 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, श्री विनय कुमार द्वारा 32 वादों का निस्तारण किया गया। वैवाहिक वादों से सम्बंधित गठित पीठ द्वारा प्री-लिटिगेशन प्रार्थनापत्रों में 05 प्रार्थनापत्रों का निस्तारण किया गया।

मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों में श्री राजेश चौधरी, पीठासीन अधिकारी, मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण, मथुरा द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों से सम्बंधित 131 वादों का निस्तारण कर मु० 13,29,19,000/- रूपये की प्रतिकर राशि पीडित पक्षकारों को दिलाये जाने के आदेश पारित किये गये तथा 06 प्रकीर्ण वादों का निस्तारण किया गया।

फौजदारी न्यायालयों द्वारा फौजदारी से सम्बंधित 37301 वादों का निस्तारण कर मु० 7,62,380 /- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया।

चैक बाउन्स के वादों से सम्बंधित 60 वादों का निस्तारण कर मु० 1,65,61,554/- रूपये का भुगतान पक्षकारों को करने के आदेश पारित किये गये।

32 व्यवहारिक वाद, 81 विद्युत अधिनियम वाद, 321 विद्युत अधिनियम अंतिम आख्या, 228 अंतिम आख्या, 14 उपभोक्ता फोरम वाद तथा 1476 अन्य प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों, मोबाइल कम्पनियों द्वारा निस्तारण हेतु लगाये गये प्री-लिटिगेशन वादों में 1293 वादों का निस्तारण कर 6,45,71,208/- रूपये वसूले गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में उपस्थित बैंकों/मोबाइल व फाइनेन्स कम्पनियों की स्टॉलों पर जनपद न्यायाधीश द्वारा जाकर पक्षकारों को व्यक्तिगत रूप से सुना गया तथा पक्षकारों के मामलों के निस्तारण हेतु उपस्थित बैंक अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये। जिला व तहसील स्तर पर स्थापित प्रशासनिक न्यायालयों/विभागों द्वारा प्री-लिटिगेशन स्तर पर 241217 वादों का निस्तारण किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत के अंत में अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्री सुरेन्द्र प्रसाद द्वारा उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया गया।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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