हमीरपुर। राठ कस्बे के राधे गार्डन में रविवार को ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन (ग्रापए) द्वारा आयोजित जिला स्तरीय सम्मेलन ने न केवल पत्रकारिता के क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार किया, बल्कि जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी गहन चर्चा का मंच प्रदान किया। मुख्य अतिथि के रूप में ग्रापए के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवीप्रसाद गुप्ता और मुख्य वक्ता पद्मश्री उमाशंकर पांडेय की मौजूदगी ने इस आयोजन को यादगार बना दिया। कार्यक्रम में फेक न्यूज की चुनौतियों पर खुलकर चर्चा हुई, जबकि समाजसेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित कर प्रेरणा दी गई।

जल संरक्षण: जनभागीदारी ही है असली कुंजी – पद्मश्री उमाशंकर पांडेय
जल योद्धा के नाम से प्रसिद्ध पद्मश्री उमाशंकर पांडेय ने जल संरक्षण को ‘आज की सबसे बड़ी पर्यावरणीय चुनौती’ करार देते हुए कहा कि यह केवल सरकारी योजनाओं का विषय नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए जोर दिया, “जनभागीदारी से ही जल संरक्षण संभव है।”
पांडेय जी ने व्यावहारिक सुझाव देते हुए कहा कि हर घर, खेत और मोहल्ले में छोटी-छोटी पहलें जैसे सोख्ता गड्ढे बनाना, वर्षा जल संचयन और वृक्षारोपण से भूजल स्तर को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने उदाहरण दिया, “यदि प्रत्येक गांव का हर घर एक सोख्ता गड्ढा बना ले, तो बारिश का 70% पानी जमीन में समा जाएगा, जिससे सूखे की मार कम होगी।” उनकी यह बातें उपस्थित सैकड़ों लोगों के बीच तालियों की गड़गड़ाहट का कारण बनीं। पांडेय जी ने जल संरक्षण को ‘लोकतंत्र का आधार’ बताते हुए युवाओं से अपील की कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाएं।

फेक न्यूज: मीडिया की विश्वसनीयता के लिए सबसे बड़ी चुनौती – देवीप्रसाद गुप्ता
ग्रापए के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवीप्रसाद गुप्ता ने पत्रकार बंधुओं को संबोधित करते हुए डिजिटल युग में फेक न्यूज के खतरे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “फेक न्यूज और गलत सूचनाओं का प्रसार मीडिया की साख को धूमिल कर रहा है। हमें अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाना होगा।”
गुप्ता जी ने युवा पत्रकारों को सलाह दी कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बावजूद फील्ड रिपोर्टिंग पर जोर दें। “जमीनी हकीकत पर आधारित निष्पक्ष पत्रकारिता ही समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है,” उन्होंने जोर देकर कहा। उन्होंने पत्रकारों से सत्य की खोज में निडर रहने का आह्वान किया, ताकि लोकतंत्र मजबूत हो सके। उनका यह संदेश कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा।

उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान: समाजसेवियों को मिला ‘ग्रापए सम्मान’
कार्यक्रम के दौरान समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले गणमान्य व्यक्तियों को ‘ग्रापए उत्कृष्ट सेवा सम्मान’ से नवाजा गया। सम्मानित होने वालों में शामिल हैं:

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