रिपोर्ट 🔹मुहम्मद इसरार खान
मुरैना/मप्र। शिशु की हँसी को जीवन का सबसे मधुर संगीत मानने वाले मुरैना जिले ने एक बार फिर मानवता को प्राथमिकता देते हुए “दस्तक अभियान 2025” की शुरुआत कर दी है। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयास से कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना के निर्देशन में, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मेश उपाध्याय के नेतृत्व में पूरे जिले में चलाया जा रहा है।
अभियान 22 जुलाई से 16 सितम्बर 2025 तक चलेगा और इसका उद्देश्य है – हर बच्चे की सेहत और हर माँ की चिंता का समाधान।
यह मात्र एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि समाज के हर बच्चे को स्वस्थ, सुरक्षित और सशक्त भविष्य देने की सामूहिक जिम्मेदारी है।
सीएमएचओ डॉ. पद्मेश उपाध्याय ने बताया –
“दस्तक अभियान एक मिशन है, जिसमें हर माता-पिता की उम्मीद और हर शिशु की मुस्कान सुरक्षित रखने का संकल्प शामिल है।”
बचपन के लिए कवच बनकर आया दस्तक अभियान:
- 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की गंभीर कुपोषण की घर-घर पहचान की जाएगी।
- – जरूरतमंद बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र या अस्पताल में किया जाएगा रेफर।
- – डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर से एनीमिया की जांच और उपचार।
- – 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को विटामिन A की खुराक देकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना।
- – डायरिया व निमोनिया की त्वरित पहचान और इलाज की व्यवस्था।
- – बच्चों को ORS और जिंक टेबलेट दी जाएंगी, साथ ही अभिभावकों को इनके प्रयोग की सही जानकारी दी जाएगी।
- – माताओं को शिशु आहार, स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा।
अन्तरा फाउंडेशन के सहयोग से प्रशिक्षण सफल:
- 5 बैचों में 250 एएनएम को दस्तक अभियान के लिए तैयार किया गया।
- इस बार अभियान गृह भेंट की बजाय आंगनबाड़ी केन्द्र आधारित होगा।
- जो बच्चे सत्रों में शामिल नहीं हो पाएंगे, उन्हें मॉप-अप दिवस में संयुक्त टीम घर जाकर सेवा देगी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने जनता से की अपील –
– “हर नागरिक, जनप्रतिनिधि और स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस मुहिम में भागीदार बने।
– एक भी बच्चा छूटे नहीं – यही हमारी प्राथमिकता है।”
यह अभियान मुरैना के लिए केवल स्वास्थ्य की बात नहीं, बल्कि भविष्य निर्माण का संकल्प है। अब हर नागरिक के पास मौका है – अपने समाज के सबसे मासूम जीवन को बेहतर बनाने का।
_______________