मुरैना/मप्र: कलेक्टर लोकेश कुमार रामचंद्र जांगिड़ ने गुरुवार को सबलगढ़ तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत रिकॉर्ड रूम से की गई, जहां वर्षा के पानी के रिसाव के कारण दीवारों में दरारें आ गई थीं और अभिलेख प्रभावित हुए थे। इस पर नाराजगी प्रकट करते हुए कलेक्टर ने तहसीलदार आशीष जायसवाल को रिकॉर्ड को तत्काल सुखवाने और संरक्षण हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही कमरों में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा रिकॉर्ड की कोडिंग किए जाने के निर्देश भी दिए।इसके पश्चात कलेक्टर ने तहसील न्यायालय एवं झुंडपुरा सर्किल का निरीक्षण किया। इस दौरान कई आवेदकों ने शिकायतें दर्ज कराईं।

सबलगढ़ निवासी कमलेश रावत ने शिकायत की कि उनका नामांतरण लंबित है तथा संबंधित बाबू का तबादला जौरा एसडीएम कार्यालय हो जाने के बावजूद वह फाइल अपने साथ ले गया और रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करा रहा है। वहीं एक अन्य आवेदक पप्पन ने बताया कि उनके पुत्र की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी, परंतु उन्हें अब तक सरकारी सहायता का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है।

कलेक्टर ने तत्काल फाइल मंगवाकर परीक्षण किया और प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए तत्कालीन एसडीएम सबलगढ़ के रीडर छारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए।इसके अतिरिक्त, ग्राम हीरापुर निवासी मातादीन पुत्र काशीराम श्रीवास के नामांतरण प्रकरण में पटवारी द्वारा टीप तो की गई थी, किंतु हस्ताक्षर न होने के कारण प्रक्रिया अधूरी रही। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम सबलगढ़ को संबंधित पटवारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

वहीं मांगरोल निवासी संतोष शर्मा ने बताया कि उनकी माता के नाम पर स्थित मकान का नामांतरण पंजी में हो चुका है, किंतु ऑनलाइन प्रविष्टि आज तक नहीं हुई है, जबकि आवेदन फरवरी 2025 में ही प्रस्तुत किया गया था। इस प्रकरण में भी पटवारी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने पटवारी राधा शर्मा को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अन्य कई आवेदकों की समस्याएं भी सुनीं और अधिकांश का निराकरण मौके पर ही कराया।

  • रिपोर्ट – जिला ब्यूरो चीफ मुहम्मद इसरार खान
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