रिपोर्ट 🔹मुहम्मद इसरार खान
मुरैना/मप्र : मुरैना जिले में लगातार हो रही बारिश और राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए लगभग 1,10,73 क्यूसेक पानी के कारण चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आज सुबह 6:00 बजे राजघाट पर चंबल नदी का जलस्तर 138.80 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 138.00 मीटर से ऊपर है। सुबह 8:00 बजे यह और बढ़कर 139.20 मीटर हो गया। पार्वती नदी के कैचमेंट क्षेत्र में भी जलस्तर बढ़ने से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
जिला प्रशासन ने चंबल किनारे बसे गांवों के लिए एडवाइजरी जारी की है। बीते समय में नदी का जलस्तर 137.57 मीटर तक पहुंचने और खतरे के निशान के करीब होने के कारण निम्नलिखित गांव और मजरों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है:
प्रभावित गांव और मजरों की सूची:
सबलगढ़ तहसील: कैमारा कलां (छोटी राडी, बड़ी राडी), गौदोली (गौदोली घुर्र, रेजा पुरा, महआ), कलरघटी (मदनु का पुरा, बंशी का पुरा)।
अम्बाह तहसील: बलदेव का पुरा, बीलपुर (बीलपुर, घेर), कुथियाना (रामप्रकाश का पुरा), रतन बसई (रामगढ़, सुखध्यान का पुरा, इन्द्रजीत का पुरा, चुसल, बिचपुरी), लुधावली (मल्हन का पुरा, वासुदेव का पुरा), रायपुर (दीवानसिंह का पुरा, बिहार का पुरा)। कुल 8 ग्राम प्रभावित।
140 मीटर जलस्तर पर प्रभावित क्षेत्र: मुरैना तहसील के भानपुर, जैतपुर चंबल, रिठोरा खुर्द (दधीरम का पुरा, पटेल का पुरा, रघुवर का पुरा, गबदू का पुरा, कोशा का पुरा, भोलाराम का पुरा), गोरखा। कुल 4 ग्राम प्रभावित।
प्रशासन की तैयारी: जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए सेफ हाउस और कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए हैं। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने सभी एसडीएम, तहसीलदारों और पटवारियों को प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखने और राहत कार्यों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
कंट्रोल रूम नंबर:
जिला: 07532-222557, 93293-19118
पोरसा: 8871030092
अम्बाह: 6264191763
मुरैना: 07532-226220
बामौर: 8959736418
जौरा: 9109027299
कैलारस: 7987956915
सबलगढ़: 8602597264
प्रशासन की अपील: स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों से नदी किनारे न जाने, सुरक्षित स्थानों पर रहने और किसी भी आपात स्थिति में कंट्रोल रूम से संपर्क करने की अपील की है। यदि जलस्तर 140 मीटर तक पहुंचता है, तो और अधिक गांव प्रभावित हो सकते हैं। प्रशासन और राहत टीमें स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रही हैं।
स्थानीय निवासियों से मिली जानकारी: कुछ ग्रामीणों ने बताया कि बढ़ते जलस्तर के कारण खेतों में पानी भर रहा है, जिससे बाजरा, तिलहन, उड़द और मूंग की फसलें प्रभावित हो रही हैं। आवागमन में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
नोट: स्थिति लगातार बदल रही है। नवीनतम अपडेट के लिए प्रशासन के कंट्रोल रूम से संपर्क करें।
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