रहमान के खातों में 50 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन के साक्ष्य मिले

आगरा।  धर्मांतरण गिरोह के 10 सदस्यों को मंगलवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 6 लोगों को जेल भेज दिया है। चार को अभी रिमांड पर लिया गया है।

सदर क्षेत्र की रहने वाली 24 मार्च से गायब बेटियों को पुलिस ने कोलकाता से 18 मार्च को बरामद किया था। गिरोह ने दोनों का धर्मांतरण करा दिया था।  गोवा की रहने वाली गिरोह की आयशा उर्फ और एसबी कृष्णा, शाहगंज के रहमान कुरैशी, जुनैद कुरैशी सहित 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सभी को पूछताछ के लिए 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया था।

पूछताछ में गिरोह के पाकिस्तान से तार जुड़े होने और विदेशों से फंडिंग की जानकारी मिली। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि गिरोह की जड़ें देश में गहरी करने के लिए विदेश से मोटी फंडिंग की जा रही थी। इसमें कुछ रकम सीधे खातों में भेजी जाती थी और कुछ रकम हवाला के माध्यम से भेजी जाती थी।

कस्टडी रिमांड पर सरगना अब्दुल रहमान से पूछताछ के बाद पुलिस अब उसके और आयशा समेत अन्य के बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। इसके साथ ही हवाला के ठिकानों की भी जानकारी कर रही है। गिरोह का सरगना अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह भी पुलिस ने पकड़ा था।  गिरोह के 10 सदस्य कस्टडी रिमांड पर है।

पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि रहमान के खातों में ही 50 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन के साक्ष्य मिले हैं। हवाला के माध्यम से भी बड़ी रकम दूसरे देशों से अब्दुल रहमान को भेजी जा रही थी। अब्दुल रहमान इस रकम को गिरोह का वित्तीय प्रबंधन देख रही गोवा की आयशा के खाते में भेजता था। इसमें से पांच से 10 हजार रुपये तक के ट्रांजेक्शन गूगल पे के माध्यम से भी किए गए हैं।

इधर पुलिस ने मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में 10 आरोपियों को पेश किया। कोर्ट ने इनमें छह आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। जबकि चार लोग आयशा, रहमान कुरैशी, हसन अली और मोहम्मद अली को चार और दिन की रिमांड पर लिया है।

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