आगरा। बरौली अहीर क्षेत्र में जमीन कब्जाने और दस्तावेजों की जालसाजी से जुड़े एक बड़े प्रकरण का एसआईटी ने खुलासा किया है। पीड़िता कविता देवी की ओर से दी गई शिकायत के बाद एसआईटी की जांच में धोखाधड़ी, साजिश और दस्तावेज चोरी के गंभीर आरोप सही पाए गए हैं। इसके बाद थाना शाहगंज में सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
कविता देवी ने एसआईटी आगरा को बताया कि जमीन कब्जे की साजिश लंबे समय से चल रही थी। उनके अनुसार मुख्य आरोपी ऋषि दुबे है, जबकि उसके साथ खेमचंद, दयालू, जीतू तोमर, भूरी सिंह, छविराम और अरब सिंह का नाम भी जोड़ा गया है। सभी पर फर्जी रजिस्ट्री, महत्वपूर्ण दस्तावेजों की चोरी और जमीन हड़पने की साजिश का आरोप है।
महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब
पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उनके वसीयत, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, एटीएम, मोबाइल सिम और अन्य मूल दस्तावेज सब गायब कर दिए गए। एसआईटी की जांच के दौरान यह तथ्य भी सामने आया कि इन दस्तावेजों का इस्तेमाल जमीन और बैंक खाते पर नियंत्रण पाने के लिए किया गया।
बैंक मैनेजर की भूमिका पर भी सवाल
पीड़िता का आरोप है कि उनके सेंट्रल बैंक खाते से 12 लाख रुपये बिना अनुमति निकाले गए। उन्होंने बैंक मैनेजर पर भी मिलीभगत का शक जताया है। पीड़िता का कहना है कि बिना KYC सत्यापन और बिना अनुमति इतनी बड़ी रकम का निकलना बैंक कर्मचारियों के सहयोग के बिना संभव नहीं है ।
पीड़िता ने जताया जान का खतरा
कविता देवी ने एसआईटी को बताया कि आरोपी लगातार दबाव बना रहे हैं और उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी हो। फर्जी रजिस्ट्री और अवैध दस्तावेजों की जांच हो और बैंक अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए। एसआईटी ने पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर थाना शाहगंज को भेजी, जिसके आधार पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

