आगरा: जिले के शाहगंज क्षेत्र में ऑनलाइन डॉक्टर अपॉइंटमेंट बुक करने की कोशिश एक व्यक्ति को महंगी पड़ गई। ठगों ने ‘Dr Appointment’ नामक फर्जी ऐप के जरिए मात्र 5 रुपये के लेनदेन के बहाने मोबाइल हैक कर कैनरा बैंक खाते से 50,000 रुपये उड़ा लिए। पीड़ित बृजेश कुमार ने थाना शाहगंज में मुकदमा दर्ज कराया। साइबर सेल ने जांच शुरू की, लेकिन पैसे वापस आने की संभावना कम है। पुलिस ने चेतावनी दी – अनजान ऐप और QR कोड से बचें।

बॉडी: घटना बुधवार शाम की है। शाहगंज निवासी बृजेश कुमार (42) अपने 12 वर्षीय बेटे की लगातार बुखार की शिकायत के लिए शहर के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.के. शर्मा का अपॉइंटमेंट लेना चाहते थे। गूगल पर डॉक्टर का नाम सर्च करते ही सबसे ऊपर एक वेबसाइट दिखी, जिसमें लिखा था – “ऑनलाइन स्लॉट बुक करें, घर बैठे अपॉइंटमेंट।” वेबसाइट पर एक मोबाइल नंबर दिया था। बृजेश ने कॉल किया।

फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को क्लिनिक का असिस्टेंट बताया और कहा, “सर, अपॉइंटमेंट ‘Dr Appointment’ ऐप से ही होती है। Play Store से डाउनलोड करें। सिर्फ 5 रुपये एडवांस पेमेंट करें, स्लॉट कन्फर्म हो जाएगा।” बृजेश ने ऐप डाउनलोड किया। ऐप में UPI ID और QR कोड दिख रहा था। जैसे ही उन्होंने PhonePe से 5 रुपये ट्रांसफर किए, स्क्रीन पर “Transaction Successful” का मैसेज आया, लेकिन तुरंत फोन हैंग हो गया।

कुछ मिनट बाद कैनरा बैंक से SMS आया – “Your A/c XX5678 has been debited by Rs 50,000.” पैसे दो अलग-अलग ट्रांजैक्शन में निकाले गए – एक 30,000 और दूसरा 20,000। बृजेश ने तुरंत बैंक हेल्पलाइन पर कॉल किया, लेकिन जवाब मिला, “ट्रांजैक्शन OTP वेरीफाई हो चुका है, हम कुछ नहीं कर सकते।” पीड़ित ने 1930 (साइबर क्राइम हेल्पलाइन) पर भी कॉल किया, लेकिन तब तक ठगों का खाता खाली हो चुका था।

पुलिस जांच में क्या सामने आया? थाना शाहगंज में दर्ज FIR (क्राइम नंबर 0456/2025) के अनुसार:

  • ऐप का नाम: Dr Appointment (Play Store पर नहीं, APK लिंक से डाउनलोड)
  • UPI ID: fakeclinic@upi (मर्चेंट अकाउंट, राजस्थान का)
  • वेबसाइट: drappointmentonline.in (WHOIS चेक में 15 दिन पहले रजिस्टर्ड)
  • ट्रांजैक्शन टाइम: 5 रुपये → 18:42 PM, 50,000 → 18:45 PM और 18:47 PM

साइबर सेल इंस्पेक्टर ने बताया, “यह ‘Screen Mirroring Trojan’ का मामला है। 5 रुपये का लेनदेन सिर्फ बहाना था। जैसे ही UPI पिन डाला, ऐप ने बैकग्राउंड में स्क्रीन रिकॉर्डिंग शुरू कर दी और OTP ऑटो-रीड कर लिया।” पुलिस ने Google से ऐप हटाने और डोमेन ब्लॉक करने की मांग की है।

साइबर ठगी का नया तरीका – 5 रुपये का जाल साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह नया ट्रेंड है:

  1. फर्जी वेबसाइट → SEO हैक कर गूगल के पहले पेज पर लाते हैं
  2. APK ऐप → Play Store बायपास, डायरेक्ट लिंक
  3. टेस्ट पेमेंट → 5-10 रुपये मांगकर UPI पिन लेते हैं
  4. Trojan एक्टिवेशन → फोन हैक, बैंकिंग ऐप्स एक्सेस

आगरा साइबर सेल के आंकड़े: पिछले 3 महीनों में 87 ऐसे मामले, कुल 42 लाख की ठगी।

पुलिस की सलाह – ऐसे बचें:

  • ✅ डॉक्टर अपॉइंटमेंट केवल Practo, Lybrate या अस्पताल की आधिकारिक वेबसाइट से लें
  • कभी भी 5-10 रुपये का टेस्ट पेमेंट न करें
  • अनजान QR कोड स्कैन न करें
  • UPI पिन कभी शेयर न करें, OTP ऑटो-रीड ऐप्स बंद रखें
  • ✅ ठगी होने पर तुरंत 1930 डायल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
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