✨ आध्यात्म, भक्ति और वैराग्य का मिला संदेश; हवन में दी गई आहुतियाँ, श्रद्धालुओं ने लिया प्रसाद ✨
खंदौली (आगरा)। क्षेत्र के गाँव अगरपुर में आयोजित सात दिवसीय गायत्री प्रज्ञा पुराण कथा का रविवार को भक्तिमय वातावरण में भव्य समापन हुआ। अंतिम दिन प्रज्ञा पुराण कथा के उपरांत हवन और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
कथावाचक ने प्रज्ञा पुराण की महत्ता का वर्णन करते हुए कहा कि –
“यह कथा केवल भक्ति ही नहीं, बल्कि ज्ञान और वैराग्य का भी संचार करती है। प्रज्ञा पुराण आधुनिक जीवन की जटिलताओं का समाधान बताती है और आत्मिक उन्नति की राह दिखाती है।”

उन्होंने मानव जीवन को ईश्वर का अनुपम उपहार बताते हुए कहा कि –
🌸 “मनुष्य शरीर वह साधन है, जिसके द्वारा हम मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।”
समापन समारोह में पंडित हेमन्त भट्ट जी, पंडित विनीता भट्ट जी, श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह जी, डॉ अमर जीत सिंह चौहान जी, कुंवर ठाकुर प्रवीण चौहान जी समेत कई गणमान्य अतिथियों ने सहभागिता की।
हवन यज्ञ में श्रद्धालुओं ने आहुतियाँ अर्पित कीं और अंत में भंडारे के प्रसाद का लाभ लिया। संपूर्ण वातावरण ॐ मंत्रोच्चार, गायत्री महामंत्र और श्रद्धा से गुंजायमान हो गया।
—