आगरा। राज्यसभा सांसद नवीन जैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखते हुए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में पश्चिम बंगाल की स्थिति को “बेहद गंभीर और चिंताजनक” करार देते हुए कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध के नाम पर हिंदू समुदाय को योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

सांसद जैन ने पत्र में बताया कि कैसे हिंदुओं के घरों को जलाया जा रहा है, संपत्ति को नष्ट किया जा रहा है, और माँ-बहनों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएँ सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हिंसा के पीछे बांग्लादेशी मुस्लिम तत्व सक्रिय हैं, जिसकी पुष्टि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रिपोर्ट भी करती है। उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार हिंसक घटनाओं के प्रति उदासीन है और स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है, जिससे उपद्रवियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। सांसद जैन ने यह भी कहा कि चुनावों से पहले जानबूझकर हिंसा भड़काई जाती है, ताकि हिंदू समुदाय को भयभीत कर वोट देने से रोका जा सके।

सांसद जैन ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि मीडिया रिपोर्ट्स से स्पष्ट होता है कि हिंसा पूरी तरह एकतरफा है। यदि किसी मोहल्ले में दस हिंदू परिवार और एक मुस्लिम परिवार रहता है, तो केवल हिंदुओं के घरों को ही निशाना बनाया जाता है, जबकि मुस्लिम परिवार की संपत्ति सुरक्षित रहती है। यह दर्शाता है कि उद्देश्य केवल हिंदू समाज को डराकर पश्चिम बंगाल से पलायन के लिए मजबूर करना है।

नवीन जैन ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से पश्चिम बंगाल सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल राज्य में कानून व्यवस्था की बहाली के लिए आवश्यक है, बल्कि हिंदू समाज को भयमुक्त और सुरक्षित वातावरण देने के लिए भी अनिवार्य है। सांसद जैन ने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार इस गंभीर और संवेदनशील मामले में त्वरित कार्रवाई करेगी, ताकि पश्चिम बंगाल में रह रहे नागरिकों के जीवन और सम्मान की रक्षा की जा सके।

"गांव से शहर तक, गलियों से सड़क तक- आपके इलाके की हर धड़कन को सुनता है "जिला नजर" न्यूज़ नेटवर्क: नजरिया सच का

error: Content is protected !!
Exit mobile version