आगरा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरे प्रदेश में पर्यटन विकास की परियोजनायें तथा अवस्थापना संबंधी कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लगभग सभी जनपदों में पर्यटन विकास की योजनायें स्वीकृत की जा रही हैं। साथ ही उन परियोजनाओं के सापेक्ष धनराशि भी जारी की जा रही है। इसी क्रम में ताज नगरी आगरा के पर्यटन विकास के लिए 11828.75 लाख रूपये की 13 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गयी है।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि आगरा में तीन यूनेस्को साइट के अलावा विभिन्न पर्यटन स्थल, दर्शनीय स्थल, प्राचीन मंदिर है। इन स्थानों के दर्शनार्थ वर्षभर देशी-विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। विश्व प्रसिद्ध ताजमहल को देखने दुनियाभर से लोग आते हैं। हर साल पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है, इसको दृष्टिगत रखते हुए पर्यटक स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश को विदेशी पर्यटकों के मामलों में भी पहले स्थान पर स्थापित करना है।

जयवीर सिंह ने बताया कि एत्मादपुर विधायक डा. धर्मपाल सिंह के प्रस्ताव पर खेड़ी में धाकम माता मंदिर के पर्यटन विकास हेतु 88.30 लाख रूपये, आगरा में कैलाश मंदिर का पर्यटन विकास कार्य को 1526.24 लाख रूपये, पर्यटन कार्यालय के प्रस्ताव पर आगरा के प्रमुख पर्यटन स्थलों, मंदिरों, स्मारकों पर साइनेज की स्थापना को 205.62 लाख रूपये तथा विकासखंड बाह ग्राम पंचायत होलीपुरा स्थित साइनेज की स्थापना हेतु 12.48 लाख रूपये। इसी प्रकार कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के प्रस्ताव पर दरियानाथ मंदिर परिसर के पर्यटन विकास के लिए 106.66 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि पर्यटन कार्यालय आगरा द्वारा बटेश्वर में भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की जन्मस्थली पर स्मारक निर्माण के लिए 2276.73 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

इसी तरह विधायक पुरूषोत्तम खंडेलवाल विधायक के प्रस्ताव पर आईटीआई के निकट बलकेश्वर मंदिर के पर्यटन विकास हेतु 147.89 लाख रूपये, विधायक डा. जीएस धर्मेश के प्रस्ताव पर शहीद पार्क दशरथ कुंज मंदिर के पर्यटन विकास के लिए 95.11 लाख रूपये, विधायक छोटेलाल वर्मा के प्रस्ताव पर शिव मंदिर का पर्यटन विकास के लिए 88 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

"गांव से शहर तक, गलियों से सड़क तक- आपके इलाके की हर धड़कन को सुनता है "जिला नजर" न्यूज़ नेटवर्क: नजरिया सच का

Exit mobile version