लखनऊ: पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने त्वरित और सख्त कदम उठाते हुए सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। इस निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता तेज़ हो गई है।
🛑 मुख्य बातें एक नज़र में:
🔸 केंद्र सरकार का अल्टीमेटम:
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सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश।
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आदेश आतंकी हमले के जवाब में राष्ट्रीय सुरक्षा के तहत लिया गया कदम।
🔸 यूपी में 1500+ पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी:
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ये नागरिक अलग-अलग प्रकार के वीजा जैसे विज़िटर, मेडिकल, शादी या धार्मिक वीजा पर यूपी में रह रहे हैं।
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डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों, कमिश्नरों और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) को इन नागरिकों को तलाशने और कार्रवाई करने का आदेश दिया।
🔸 ज़िलेवार स्थिति:
जिला | पाकिस्तानी नागरिक |
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अलीगढ़ | 57 |
बरेली | 35 |
रामपुर | 30 |
वाराणसी | 10 |
बुलंदशहर | 18 |
आगरा | 9 (एक दंपत्ति वापस भेजा गया) |
मेरठ ज़ोन | कई नागरिक पहले ही वापस भेजे गए |
🔸 मेरठ ज़ोन पर विशेष फोकस:
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ADG भानु भास्कर ने बताया कि सहारनपुर, शामली, और मुजफ्फरनगर पर विशेष नजर है।
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वीजा समाप्त होने के बाद भी भारत में रुकने वालों को चिन्हित किया जा रहा है।
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गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के तहत 100% पालन सुनिश्चित करने के निर्देश।
🕵️♂️ कार्रवाई की प्रक्रिया:
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वीजा की वैधता की जांच की जा रही है।
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छुपकर रह रहे नागरिकों की पहचान करने के लिए लोकल इंटेलिजेंस, पुलिस और SIB को सक्रिय किया गया है।
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जो लोग बिना वैध दस्तावेजों के पाए जाते हैं, उनके खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
🔎 क्या यह नागरिकता कानून (CAA) से जुड़ा मामला है?
यह कार्रवाई मुख्यतः राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। हालाँकि, भविष्य में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों को राहत मिल सकती है, लेकिन अभी यह आदेश सभी पाकिस्तानी नागरिकों पर लागू है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।