आगरा। सिकंदरा थाना क्षेत्र में बालाजी ज्वेलर्स के यहां लूट करके ज्वेलर्स योगेश चौधरी की हत्या करने बाला मुख्य हत्यारोपी मंगलवार सुबह पुलिस की मुठभेड़ में ढेर हो गया है। घटना में दो लोग और शामिल थे, उसमें एक की गिरफ्तारी हो गई है। दूसरा अभी फरार है जिसकी तलाश में भी कई टीमें लगी हुई हैं, उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। घटना का खुलासा नहीं होने तक पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार तीन रात सोए नहीं है। उन्होंने खुद ही पूरे केस की मॉनिटरिंग की।
शुक्रवार सुबह कारगिल पेट्रोल पंप के बराबर में बालाजी ज्वेलर्स में दो नकाबपोश बदमाशों ने शोरूम में घुसकर कर्मचारी रेनू को पिस्टल दिखाकर धमकाया चांदी व सोने के कुछ आभूषण लूट लिए थे। शोरूम मालिक योगेश चौधरी ने लूट का विरोध किया तो बदमाशों ने उनके सीने में गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी। घटना को पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने चुनौती के रूप में लिया था।
पुलिस कमिश्नर ने नौ टीमों व आईपीएस आदित्य कुमार और विनायक भोसले को बदमाशों को चिन्हित करने के लिए लगाया था। चार रात तक पुलिस कमिश्नर सोए नहीं। उनका एक ही जवाब था यह गोली व्यापारी को नहीं पुलिस कमिश्नर को लगी है। व्यापारियों को भी उनके द्वारा यही आश्वासन दिया जा रहा था जल्द ही घटना का खुलासा होगा। इधर पुलिस ने तीनों आरोपियों की शिनाख्त कर ली थी। इनमें अमन उसका भाई सुमित और फारूक शामिल थे। अमन मुख्य सरगना था। तीनों मघटई गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने सुमित को गिरफ्तार कर लिया। इसकी निशानादेही पर पुलिस लूट की ज्वेलरी बरामद करने के लिए फ्लैट पर पहुंची। यहां पर मुख्य आरोपी अमन ने दरोगा की पिस्टल छीनकर गोली चला दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह ढेर हो गया।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया वारदात में तीन बदमाश शामिल थे। इनमें से सर्राफ को गोली मारने वाला बदमाश अमन पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया है। उसका भाई सुमित भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सुमित ने ही बाइक उपलब्ध कराई थी और वारदात के समय दूर खड़ा था। फारुख और अमन सर्राफ के शोरूम में घुसे थे। लौटते समय सर्राफ योगेश चौधरी ने जब बैग छीनने की कोशिश की तो अमन ने ही गोली मारी थी। फरार बदमाश फारूक की गिरफ्तारी को प्रयास किया जा रहे हैं। शोरूम में लूट और हत्या का मुख्य आरोपित अमन मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुआ था। उसे घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया था। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अमन के भाई सुमित ने बताया गिरवी घर को छुड़ाने के लिए उन्होंने लूट की थी। विरोध करने पर मालिक योगेश चौधरी को गोली मार दी थी।
मैनपुरी के एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित चमके
आगरा। मैनपुरी के एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित आगरा में भी लंबे समय तक एसओजी प्रभारी रहे हैं। पुलिस कमिश्नर ने उन्हें भी बदमाशों की शिनाख्त के लिए लगाया था। बताया जा रहा है उन्होंने शिनाख्त के लिए जी तोड़ मेहनत की। शिनाख्त करने में उनका अहम रोल भी रहा।