आगरा: उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने मंगलवार को आगरा के पंचकुइयां रोड स्थित जीआईसी मैदान के सामने प्रस्तावित नक्षत्रशाला (प्लैनेटेरियम) स्थल का निरीक्षण किया। लगभग 13 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह नक्षत्रशाला प्रदेश की तीसरी सबसे विकसित नक्षत्रशाला होगी, जो विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान की गहराई समझाने के साथ-साथ शैक्षिक पर्यटन को बढ़ावा देगी और स्थानीय युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
मंत्री ने दी प्रगति की जानकारी
निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने विभागीय अधिकारियों के साथ परियोजना की प्रगति, डिजाइन और समयबद्ध निर्माण पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा,
“यह नक्षत्रशाला सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि विज्ञान और शिक्षा का केंद्र बनेगी। इससे छात्रों को ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने का मौका मिलेगा और आगरा को शैक्षिक पर्यटन का नया हब बनाने में मदद मिलेगी।”
मंत्री ने बताया कि परियोजना के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की भूमि का हस्तांतरण पहले ही मंत्रिपरिषद से स्वीकृत हो चुका है। निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
एक साल पहले लिया गया था निर्णय
करीब एक वर्ष पूर्व ही मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के प्रयासों से मंत्रिपरिषद ने नक्षत्रशाला की स्थापना का निर्णय लिया था। इसके लिए जीआईसी फील्ड के सामने की भूमि को चिह्नित किया गया। परियोजना का मुख्य उद्देश्य है:
- विद्यार्थियों को खगोलशास्त्र और विज्ञान की प्रैक्टिकल जानकारी देना
- शैक्षिक पर्यटन को बढ़ावा देना
- स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करना
निरीक्षण में कौन-कौन रहे मौजूद?
- भाजपा शिवाजी मंडल अध्यक्ष देवेश पचौरी
- डॉ. प्रदीप उप्रेती
- राजू कुशवाहा
- विभागीय अधिकारी और भाजपा कार्यकर्ता
आगरा को मिलेगा नया वैज्ञानिक केंद्र
यह नक्षत्रशाला आगरा के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम होगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में लखनऊ और गोरखपुर में नक्षत्रशालाएं हैं, लेकिन आगरा की यह तीसरी और सबसे आधुनिक होगी। इसमें हाई-टेक डिजिटल प्रोजेक्शन सिस्टम, इंटरैक्टिव डिस्प्ले और खगोलीय शो की सुविधा होगी।






