आगरा: जिले के बटेश्वर में यमुना नदी (कालिंदी) का उफान मंदिरों और गांव के लिए खतरा बन गया है। ब्रह्मलाल जी मंदिर की देहरी तक नदी का पानी पहुंच गया है, और ग्रामीणों में बाढ़ की आशंका से दहशत है। मंदिर के पुजारी जय प्रकाश गोस्वामी ने देहरी पर यमुना की आरती की और नदी के शांत होने की प्रार्थना की।
पुजारी जय प्रकाश गोस्वामी ने बताया कि बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त में ब्रह्मलाल महाराज और यमुना की पूजा-अर्चना की गई। उन्होंने भोलेनाथ के चरण पखारने के बाद नदी के शांत होने की उम्मीद जताई। यमुना का पानी एकादशी मंदिर को चारों ओर से घेर चुका है, जबकि बिहारी जी मंदिर और जागेश्वर मंदिर के प्लेटफॉर्म को छूकर बह रहा है। मंदिर श्रंखला के पूर्वी छोर पर केवल एक सीढ़ी बाकी है, जो डूबने से बची है, और पश्चिमी छोर पर कई मंदिरों की देहरी तक पानी पहुंच गया है।
पिछले 24 घंटों में यमुना एक सीढ़ी और चढ़ी है। यदि उफान की रफ्तार जारी रही, तो पानी मंदिर श्रंखला को पार कर बटेश्वर गांव की ओर बढ़ सकता है। सेल्फी प्वाइंट परिसर में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ गई है।
ग्रामीणों की चिंता
ग्रामीणों ने बताया कि तीन साल पहले 2022 में भी यमुना का उफान ब्रह्मलाल जी मंदिर के प्रवेश द्वार और सड़क तक पहुंच गया था। उस दौरान कई श्रद्धालुओं ने उफान के पानी में डुबकी लगाई थी। वर्तमान में नदी के रौद्र रूप से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिससे बटेश्वर के लोग सहमे हुए हैं।
स्थिति और प्रार्थना
बुधवार की आरती में श्रद्धालुओं ने यमुना के प्रति श्रद्धा और भोलेनाथ के प्रति आस्था के साथ नदी के शांत होने की प्रार्थना की। पुजारी और ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि भगवान शिव के आशीर्वाद से स्थिति जल्द सामान्य होगी। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन बाढ़ की आशंका को देखते हुए स्थानीय लोग सतर्क हैं।