रिपोर्ट 🔹मुहम्मद इस्माइल
खेरागढ़/आगरा । जनपद आगरा में ब्लॉक खेरागढ़ के प्राथमिक विद्यालय कछपुरा सरेंडा में गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। सर्व प्रथम ज्ञान दायिनी मां शारदे के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया,उसके बाद अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया।

विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक डा सतीश कुमार ने गुरु पूर्णिमा के महत्व को बताते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा, जिसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है, गुरुओं के सम्मान और महत्व को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन हमें अपने जीवन में गुरुओं के योगदान को याद दिलाता है, जिन्होंने हमें ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान किया है।
गुरु पूर्णिमा पर, शिष्य अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। अकादमिक रिसोर्स पर्सन सौरभ शर्मा ने अभिभावक तथा बच्चों को बताया कि,
1. गुरु का स्थान – भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान के समान माना जाता है। गुरु, अज्ञान के अंधकार को दूर करके ज्ञान का प्रकाश दिखाते हैं।
2. आध्यात्मिक उन्नति – गुरु पूर्णिमा आध्यात्मिक साधना और आत्म-चिंतन का भी अवसर है।
3. गुरु-शिष्य संबंध – यह पर्व गुरु और शिष्य के बीच के पवित्र बंधन को मजबूत करता है।
4. वेद व्यास का जन्मदिन – गुरु पूर्णिमा, महर्षि वेद व्यास के जन्मदिन के रूप में भी मनाई जाती है, जिन्होंने वेदों को संकलित किया और पुराणों की रचना की।
5. ज्ञान और मार्गदर्शन – गुरु हमें न केवल किताबी ज्ञान देते हैं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं।

शिक्षक राकेश कुमार और मोहित वर्मा जी ने बताया कि गुरु पूर्णिमा एक विशेष अवसर है जब हम अपने गुरुओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। यह दिन हमें ज्ञान और मार्गदर्शन के महत्व को याद दिलाता है, और हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन डा.सतीश कुमार ने किया ।कार्यक्रम के समापन पर शिक्षक मोहित वर्मा द्वारा विद्यालय में नामांकित समस्त छात्र छात्राओं को निःशुल्क लेखन सामग्री किट उपहार स्वरूप दी गई जिसे पाकर छात्रों के चेहरे खिल उठें।

इस अवसर पर अकादमिक रिसोर्स पर्सन सौरभ शर्मा, इंचार्ज प्रधानाध्यापक डा सतीश कुमार,सहायक अध्यापक राकेश कुमार,मोहित वर्मा सहित मां समूह और अभिभावक गणों के साथ साथ विद्यालय के बच्चे उपस्थित रहे।
___________