मथुरा। डैंपियर नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में “सप्तशक्ति संगम” कार्यक्रम के अंतर्गत मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट् सेविका समिति की महानगर कार्यवाहिका प्रीति बंसल, संस्कार भारती की मंत्री चारु सिंघल तथा कार्यक्रम अध्यक्षा डॉ. दीपा अग्रवाल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना “नव विचार” गीत की प्रस्तुति के साथ प्रांत प्रतिनिधि रुचिरा वर्मा ने रखी, जबकि अतिथि परिचय रेखा लोधी ने कराया।

मुख्य वक्ता प्रीति बंसल ने कहा कि “परिवार, समाज और राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। नारी शक्ति ही राष्ट्र की आत्मा है।” उन्होंने श्रीमद्भगवद् गीता के आधार पर सप्तशक्ति का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि हर महिला को अपनी अंतर्निहित शक्तियों को पहचानने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने भारतीय जीवनशैली, स्वभाषा, भोजन, भजन और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि चारु सिंघल ने कहा कि “बच्चों के समग्र विकास के लिए मातृशक्ति को सजग रहना होगा।” उन्होंने माताओं से बच्चों के खानपान, व्यवहार और मोबाइल की लत जैसी आदतों पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने रामायण और महाभारत के उदाहरण देते हुए भारतीय संस्कृति में नारी की भूमिका को रेखांकित किया।


कार्यक्रम अध्यक्षा डॉ. दीपा अग्रवाल ने कहा कि समाज परिवर्तन की शुरुआत स्वयं के व्यवहार में परिवर्तन से होती है। इस अवसर पर समाज में उल्लेखनीय कार्य करने वाली मातृशक्ति को सम्मानित किया गया। प्रश्नोत्तरी सत्र के बाद प्रियंका खंडेलवाल ने मातृशक्ति को समाज जागरण के लिए संकल्प दिलाया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश सिकरवार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शिखा ने किया।
इस अवसर पर रंजीता, रेनू, निधि बंसल, आरती, श्वेता, नीलमणि, गुंजन, मीनाक्षी नागर आदि उपस्थित रहीं।







