फतेहाबाद/आगरा: हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए, परंतु पर्व तो हमें अपने धर्म के ही मनाने चाहिएl हमारा देश साधु-संतों का देश हैl बच्चे भगवान का रूप होते हैं, वह भगवान के रूप में ही अच्छे लगते हैंl मुझे अपने धर्म और संस्कृति पर गर्व है हमें अपने बच्चों को अपने धर्म और संस्कृति से जोड़ना चाहिए और अपने धर्म के प्रति जागरूक करना चाहिएl
देश के हिंदू भाइयों और बहनों से यही अपील है कि वह अपने बच्चों को बचपन से ही दूसरे धर्म की और आकर्षित न करें, वह अपने बच्चों को सेंटा क्लॉस ना बनाएं, बल्कि अपने बच्चों को अपनी संस्कृति और अपने धर्म से जोड़ेंl 25 दिसंबर को तुलसी दिवस के रूप में मनाएl तुलसी जी का पौधा एक ऐसा पौधा है जो हमें ऑक्सीजन देता है और अनेकों बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखता हैl अत निर्जीव पौधों के बदले में संजीव पौधे तुलसी जी की पूजा करेंl
- रिपोर्ट – सुशील गुप्ता

