लखनऊ: भाजपा ने रविवार को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को उत्तर प्रदेश इकाई का नया अध्यक्ष एकमत से चुन लिया। महाराजगंज से सात बार सांसद रह चुके चौधरी का यह चयन 2027 विधानसभा चुनाव से पहले ओबीसी, खासकर कुर्मी समुदाय को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। भूपेंद्र सिंह चौधरी के स्थान पर आने वाले चौधरी का नाम पूर्वाह्न में लखनऊ के लोहिया ऑडिटोरियम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने औपचारिक रूप से घोषित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में यह समारोह संपन्न हुआ।
चौधरी (61 वर्ष) गोरखपुर के एक प्रमुख व्यवसायिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनका राजनीतिक सफर 1989 में गोरखपुर नगर निगम चुनाव से शुरू हुआ, जहां वे काउंसलर बने। 1991 में महाराजगंज लोकसभा सीट से पहली जीत हासिल की और उसके बाद 1996, 1998, 2004, 2014, 2019 व 2024 में सफल रहे। 1999 व 2009 में हार का सामना करना पड़ा। 2021 से वे मोदी कैबिनेट में वित्त राज्य मंत्री हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच उनकी सादगी और संगठनिक क्षमता की चर्चा रहती है।
संपत्ति में वृद्धि: चुनावी हलफनामों से तुलना
चौधरी की संपत्ति में पिछले दो दशकों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और मायनेटा.इन के आंकड़ों के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति कृषि भूमि, आवासीय व व्यावसायिक संपत्तियों, बैंक जमा, शेयरों व अन्य निवेशों पर आधारित है। 2024 लोकसभा चुनाव में घोषित कुल संपत्ति 41.90 करोड़ रुपये थी, जिसमें अचल संपत्तियां 36.14 करोड़ व चल संपत्तियां 5.76 करोड़ शामिल हैं।
नीचे विभिन्न चुनावों में घोषित संपत्ति की तुलना दी गई है (स्रोत: चुनाव आयोग के हलफनामे, मायनेटा.इन):
| वर्ष | कुल घोषित संपत्ति (रुपये में) | वृद्धि (पिछले चुनाव से %) | मुख्य घटक |
|---|---|---|---|
| 2024 | 41,90,10,509 (~41.90 करोड़) | 13% (2019 से) | कृषि भूमि (2.79 करोड़), आवासीय भवन (9.11 करोड़), बैंक जमा व शेयर (5.76 करोड़ कुल चल संपत्ति) |
| 2019 | 37,18,27,109 (~37.18 करोड़) | 94% (2014 से) | अचल संपत्तियां प्रमुख, आय 2017-18 में 6.05 लाख (स्वयं) |
| 2014 | 19,18,19,151 (~19.18 करोड़) | 338% (2009 से) | बैंक जमा (25.48 लाख), कृषि भूमि व भवन |
| 2009 | 4,37,54,559 (~4.38 करोड़) | 209% (2004 से) | कृषि भूमि (1.98 करोड़), भवन (88.94 लाख) |
| 2004 | 1,47,44,01 (~1.47 करोड़) | – | प्रारंभिक जमा व भूमि |
गोरखपुर में पारिवारिक आवास: मूल्यांकन पर बहस
चौधरी के गोरखपुर स्थित पारिवारिक आवास की कीमत को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा रही है। 2024 हलफनामे में स्वयं के नाम पर आवासीय भवनों का मूल्य 9.11 करोड़ रुपये घोषित है, जबकि पत्नी के नाम पर आवासीय प्लॉट 7.15 करोड़ व व्यावसायिक भवन 4.80 करोड़ का उल्लेख है। कुल अचल संपत्तियों में यह हिस्सा प्रमुख है, लेकिन कुछ रिपोर्टों में इसे 18.89 करोड़ तक आंका गया है, जो बाजार मूल्य पर आधारित हो सकता है। हलफनामे में स्पष्ट रूप से ‘गोरखपुर घर’ का अलग उल्लेख नहीं है, लेकिन परिवार का मुख्य निवास उसी इलाके में है।
व्यवसायिक पृष्ठभूमि: राहत रूह का ब्रांड
राजनीति के अलावा चौधरी हरबंशराम भगवानदास आयुर्वेदिक संस्थान प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। यह कंपनी गोरखपुर-आधारित है और प्रसिद्ध आयुर्वेदिक तेल ‘राहत रूह’ का निर्माण करती है, जो पूर्वांचल में विशेष रूप से लोकप्रिय है। कंपनी की स्थापना चौधरी के दादा-परदादा ने की थी, और वर्तमान पीढ़ी में उनके भाई प्रदीप चौधरी भी जुड़े हैं। 2024 हलफनामे में व्यवसाय से जुड़ी अग्रिम राशि 1.70 करोड़ (स्वयं) व 2.95 करोड़ (पत्नी) घोषित है।
बैंक जमा, शेयर व अन्य निवेश
- बैंक जमा: 2024 में पीएनबी, एसबीआई, फेडरल बैंक समेत विभिन्न बैंकों में जमा लगभग 98 लाख रुपये से अधिक बताए गए हैं। कुल चल संपत्तियों में बैंक बैलेंस प्रमुख हिस्सा है।
- शेयर व बॉन्ड्स: विभिन्न कंपनियों में 28.13 लाख रुपये के शेयर व बॉन्ड्स, जिसमें स्वयं के नाम पर 22.80 लाख शामिल।
- पोस्ट ऑफिस व एनएसएस: 26 लाख रुपये से अधिक का निवेश, जो हलफनामे में लोन/अग्रिम के रूप में दर्ज।
- सोना-चांदी: गहनों का मूल्य 50 लाख रुपये से अधिक, चल संपत्तियों का हिस्सा।
चौधरी की आय 2022-23 में 12.28 लाख (स्वयं), 48.82 लाख (पत्नी) व 16.18 लाख (एचयूएफ) रही। कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
साभार: विभिन्न मीडिया स्रोत


