मथुरा: यूपी के मथुरा स्थित मांट यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार दोपहर एक तेज रफ्तार कार ने दो टोल कर्मियों को रौंद दिया, जिसमें दोनों की मौके पर मौत हो गई। इस हादसे से आक्रोशित टोल कर्मचारियों ने शवों को जेवर टोल प्लाजा पर रोक लिया और मुआवजे की मांग की। अधिकारियों के आश्वासन के बाद घंटों चले हंगामे के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए।

हादसे का विवरण

हादसा यमुना एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 76 पर नोएडा से आगरा की ओर हुआ। मृतक कर्मचारी बाबू सिंह (ब्यासपुर, थाना बकेवर, इटावा) और सोमबीर (लक्ष्मीनगर, शहजादपुर) डिवाइडर की सफाई कर रहे थे। तभी एक तेज रफ्तार कार (DL 12 CV 5522) ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूचना मिलने पर पुलिस ने घायलों को सीएचसी नौहझील ले जाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह हादसा सड़क सुरक्षा की अनदेखी को उजागर करता है, जहाँ सफाई कर्मी जैसे आवश्यक कार्यकर्ता खतरे में रहते हैं।

टोल कर्मियों का विरोध

मृतकों के शव नौहझील से मथुरा ले जा रही एंबुलेंस को जेवर टोल प्लाजा पर टोल कर्मियों ने रोक लिया। गुस्साए सहकर्मियों ने टोल अधिकारियों से मुआवजे की मांग की और हंगामा शुरू कर दिया। टोल कर्मचारी कालीचरण ने कहा, “टोल अधिकारी कर्मचारियों की तरफ कोई ध्यान नहीं देते। ऐसी घटनाओं में तुरंत सहायता और सुरक्षा उपाय जरूरी हैं।”

सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुँचा। घंटों चले तनाव के बाद टोल अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि नियमों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। इसके बाद कर्मचारी शांत हुए और शव पोस्टमार्टम के लिए रवाना हो गए।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

मथुरा पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। कार चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी मथुरा ने बताया कि सड़क पर तेज रफ्तारी रोकने के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने भी सुरक्षा मानकों की समीक्षा का ऐलान किया है।

  • रिपोर्ट – राहुल गौड़
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