• एत्मादपुर थाने के पांच पुलिस कर्मियों की पैसे मांगने की भी शिकायत
आगरा। पुलिस कमिश्नर के द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर जो हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, उस पर तीन पुलिसकर्मियों पर रिश्वत मांगने के आरोप सही पाए जाने के बाद उन्हें निलंबित किया गया है। इसके साथ ही नौ पुलिसकर्मियों पर जांच बैठाई गई है। जिले में भ्रष्टाचार के मामले में एत्मादपुर थाना टॉप पर बना हुआ है। यहां पर सिपाही से लेकर दरोगा तक पर पैसे मांगने के आरोप लग रहे हैं।
बीते दिनों पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत लेकर एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था। इस पर लगातार शिकायतें आ रही हैं। पूर्व में एक इंस्पेक्टर सहित कई पुलिसकर्मी निलंबित हो चुके हैं। गुरुवार को एसीपी कोतवाली कार्यालय में तैनात कौशल, एसीपी कोतवाली में ही तैनात विश्वनाथ को निलंबित किया गया है। दोनों के द्वारा नोटिस की जांच के नाम पर पैसे की मांग की जा रही थी।

इसके साथ ही लोहामंडी थाने में तैनात कांस्टेबल प्रतीक कुमार के द्वारा गैंगस्टर एक्ट के नाम पर पैसे की मांग की जा रही थी।आरोप सही पाए जाए जाने पर उन्हें भी निलंबित किया गया है। नौ पुलिसकर्मियों की भी शिकायतें हुई हैं जिनकी जांच के आदेश दिए गए हैं। इनमें किरावली थाने में नियुक्त उप निरीक्षक धर्मवीर पर आरोप है कि वह रुपए की किसी से मांग कर रहे थे।
एत्मादपुर थाने में नियुक्त सब इंस्पेक्टर अंकित चौहान के द्वारा विवेचना में रूपयों की मांग की जा रही थी। एत्मादपुर थाने में महिला उप निरीक्षक दीपिका के द्वारा भी विवेचना में रुपए मांगने की शिकायत है। छलेसर चौकी पर तैनात सब इंस्पेक्टर कपिल कुमार, कांस्टेबल गुरु चंदेल और देवेश कुमार के द्वारा भी जुआरियों को छोड़ने के संबंध में रुपये मांगे गए। यह शिकायत हुई है।
एसीपी अछनेरा, एत्मादपुर कोर्ट में नियुक्त कांस्टेबल सचिन चौधरी और अरविंद कुमार द्वारा जमानत देने में रूपयों की मांग की जा रही है, यह शिकायत हुई है। सिकंदरा थाने में नियुक्त कांस्टेबल अभिषेक के द्वारा पासपोर्ट सत्यापन के एवज में पैसे मांगे जाने की शिकायत है। इन सभी पुलिसकर्मियों की जांच बैठा दी गई है






