आगरा। अफ्रीकी देश कैमरून में फंसे आगरा निवासी धीरज जैन को वापस लाने के प्रयास तेज़ हो गए हैं। धीरज के पिता धनपाल जैन ने बुधवार को सांसद नवीन जैन से उनके शास्त्रीपुरम स्थित आवास पर मुलाकात कर बेटे की स्थिति से अवगत कराया।
धनपाल जैन ने बताया कि धीरज पिछले तीन महीनों से कैमरून में गंभीर परिस्थितियों का सामना कर रहा है। कंपनी न तो वेतन दे रही है और न ही अनुबंध के अनुसार व्यवहार कर रही है, बल्कि उस पर अनुचित दबाव डालते हुए ज़बरन कार्य कराया जा रहा है। पिता का आरोप है कि कंपनी धीरज को साजिशन फंसाने का प्रयास कर रही है, जबकि उसके एग्रीमेंट में स्पष्ट है कि किसी भी कानूनी प्रक्रिया की स्थिति में मामला भारत में ही सुना जाएगा।

उन्होंने बताया कि धीरज की मां पहले से ऑटोइम्यून बीमारी से पीड़ित हैं और मुंबई में इलाज करा रही हैं। बेटे, बहू और नातिन के कैमरून में फंसे होने से पूरा परिवार मानसिक तनाव में है। पिता ने सांसद से कहा कि संकट इतना बढ़ गया है कि वे अपनी नौकरी तक ढंग से नहीं कर पा रहे।
भारतीय उच्चायोग सक्रिय, प्रक्रिया तेज
सांसद नवीन जैन ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और कैमरून स्थित भारतीय उच्चायुक्त को पत्र भेजकर मामले की गंभीरता से अवगत कराया था। इसके बाद तुरंत प्रतिक्रिया मिली है।
कैमरून में भारतीय उच्चायुक्त विनय खंडूजा ने सांसद को पत्र भेजकर सूचित किया है कि वे धीरज जैन, उसके परिवार, कंपनी प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि धीरज की सुरक्षित वापसी के लिए आवश्यक औपचारिकताएं तेज़ी से पूरी की जा रही हैं और समाधान जल्द सामने आएगा।
“आपका दुख मेरा अपना दुख है”— सांसद नवीन जैन
धनपाल जैन से मुलाकात के दौरान सांसद नवीन जैन ने संवेदनशीलता दिखाते हुए भरोसा दिलाया कि मामले को उच्चतम स्तर पर लगातार मॉनिटर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “आप चिंता न करें। आपका दुख मेरा अपना दुख है। धीरज की सुरक्षित वापसी तक मेरे प्रयास एक पल के लिए भी नहीं रुकेंगे।”
सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय, विदेश मंत्रालय और भारतीय उच्चायोग के बीच 24×7 समन्वय स्थापित है और पूरा सरकारी तंत्र जैन परिवार के साथ खड़ा है।





