अलीगढ़: बन्नादेवी थाना क्षेत्र के इंडस्ट्री एरिया में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। कबाड़ बीनने वाले चार मासूम बच्चों को खाली प्लॉट पर एक तमंचा मिल गया। इसे लेकर हुई खींचतान में गोली चल गई, जिसमें 11 वर्षीय बालक मिनसार की गर्दन से होकर जबड़े के रास्ते भेजे में उतर गई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे आईटीआई रोड के इंडस्ट्री एरिया में हुआ।
मिनसार सिविल लाइंस के मिराज हॉस्पिटल वाली गली में रहने वाले मजदूर परिवार का इकलौता बेटा था। रोजाना कबाड़ बीनकर परिवार की आर्थिक मदद करने वाला यह मासूम शुक्रवार को भी अपने तीन दोस्तों के साथ इंडस्ट्री एरिया के एक सुनसान प्लॉट पर पहुंचा। कबाड़ के ढेर में उन्हें एक पुराना तमंचा नजर आया। उत्सुकता में बच्चे इसे छूने लगे, लेकिन मिनसार और उसके एक साथी के बीच इसे लेकर झगड़ा हो गया।
चश्मदीदों के मुताबिक, तमंचे की नाल मिनसार की ओर थी, जबकि बट दूसरे बच्चे के हाथ में। बच्चे को यह भी नहीं पता था कि हथियार लोडेड है। इसी छीना-झपटी के दौरान अचानक गोली चल पड़ी। गोली मिनसार के गर्दन में लगी और सीधे भेजे तक पहुंच गई। दर्द से चीखा मिनसार जमीन पर गिर पड़ा। डरकर एक बच्चा भागा, तो बाकी दो ने चिल्लाना शुरू कर दिया। आसपास की भीड़ ने भागते बच्चे को पकड़ लिया और शोर सुनकर पुलिस को सूचना दी।
त्वरित कार्रवाई: अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित, तीनों साथी हिरासत में
पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। घायल मिनसार को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके तीनों साथी, जो सभी नाबालिग हैं, थाने ले आए गए। बन्नादेवी पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन तमंचे के स्रोत का सुराग अभी तक नहीं मिला। मिनसार के पिता माजिन की तहरीर पर एक बाल अपराधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया, “पूछताछ जारी है। बाकी दो बच्चों ने भी यही बयान दिया है कि तमंचा कबाड़ में मिला था। कोई पूर्व नियोजित घटना नहीं लग रही।”
तमंचे का रहस्य: अपराधी का फेंका सामान?
घटना की सूचना मिलते ही बन्नादेवी पुलिस के अलावा सीओ द्वितीय और फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई। घंटों तक आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, लेकिन देर शाम तक तमंचे के आने का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस का मानना है कि शायद कोई अपराधी इसे छिपाने के इरादे से फेंक गया हो और वापस लेने न आ सका। आगे की जांच में तमंचे की संख्या, प्रकार और फिंगरप्रिंट की पड़ताल की जा रही है।
परिवार का शोक: मजदूर पिता का इकलौता सहारा छिन गया
मिनसार का परिवार सदमे में डूबा है। मजदूर पिता माजिन ने बताया, “बेटा रोज कबाड़ बीनकर घर चलाने में मदद करता था। आज दोपहर ही निकला था, सोचा शाम को लौटेगा।” पड़ोसियों ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद सौंप दिया। परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है।
यह घटना इलाके में अवैध हथियारों की मौजूदगी को लेकर सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इंडस्ट्री एरिया जैसे सुनसान इलाकों में अपराधी अक्सर हथियार छिपाते हैं, जो मासूमों के लिए घातक साबित हो रहा। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में सघन चेकिंग शुरू कर दी है।